

जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आहवान पर आशा कार्यकर्ता संघ के नेतृत्व में रेफरल अस्पताल की आशाओं ने बारह सूत्री मांगों के समर्थन में सोमवार को रेफरल का ओपीडी को बंद कराते हुए जमकर हंगामा किया। आशा पीएचसी, रेफ़रल अस्पताल के मुख्यद्वार पर प्रदर्शन करती हुई धरना पर बैठ गईं। कार्यक्रम की अगुवाई प्रखंड अध्यक्ष ममता देवी ने किया। मौके पर आशा रेखा देवी, किरण देवी, सुनीता लता, मालती देवी, गीता कुमारी, विभा कुमारी, राम कुमारी देवी, किरण कुमारी, सुधा देवी, ममता देवी, रिंकू देवीसहित एक सौ से अधिक आशा मौजूद थीं। आशा कार्यकर्ता संघ के संरक्षक उमेश शाह ने धरनार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते एक दिसंबर से पूरे बिहार की आशा हड़ताल पर हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। नीतीश मोदी की सरकार नारी सशक्तीकरण की बातें करने वाले कुंभकर्णी नींद में हैं। ऐसे सरकार को जो महिला विरोधी, कामगार विरोधी, मजदूर विरोधी है ऐसी सरकार को एक दिन भी सरकार में रहने का हक नहीं है। मौके पर सभी आशा ने बारह सूत्री मांगों से संबंधित स्मार पत्र चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गंगेश झा को सौंपते ही कार्रवाई की मांग की है।









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