



दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। स्पेक्ट्रोस्कोपी में जीमान व स्टार्क के प्रभाव का सैद्धांतिक अध्ययन पर्टरबेशन सिद्धांत के तहत किया जाता है। इसके तहत विक्षेपित सरल आवर्त दोलन की ऊर्जा का मान हासिल करने में आसानी होती है। यह बात मंगलवार को सीएमसाइंस कॉलेज के भौतिकी विभाग की ओर से आयोजित पर्टरबेशन इन क्वांटम फिजिक्स पर आयोजित आधार व्याख्यान (म्युरल लेक्चर) देते हुए लनामिवि स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग के सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मुनेंद्र कुमार ने कही।

उन्होंने कहा कि परमाणु या नाभिक में घटने वाली घटनाओं जैसे बीटा क्षय आदि की गणना करने में यह सिद्धांत अत्यंत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि पर्टरबेशन सिद्धांत के आधार पर क्वांटम मैकेनिक्स में समय के सापेक्ष या स्वतंत्र गणितीय गणना का हल आसानी से किया जा सकता है। इस सिद्धांत के आधार पर क्वांटम मैथमेटिक्स में होने वाले किसी भी गणित का विशुद्ध परिणाम सहजता से प्राप्त किया जा सकता है।

एमएससी प्रथम सत्र के छात्र नीरज कुमार के संचालन में आयोजित इस व्याख्यान में प्रभारी प्रधानाचार्य व वनस्पति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ संध्या झा ने भी कहा कि महाविद्यालय में एकेडमिक इनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत आयोजित किया जा रहा यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत लाभप्रद है, क्योंकि इस कार्यक्रम के तहत वैसे विषयों का चयन विभिन्न विभागों की ओर से विशेष रूप से किया जा रहा है जिन पाठ्य सामग्री के शिक्षक विभाग में अनुपलब्ध हैं।
उन्होंने प्रधानाचार्य डॉ. प्रेम कुमार प्रसाद की इस दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से विभिन्न पाठ्यक्रम पूर्णता को हासिल कर सकेंगे। इसका सीधा लाभ छात्रों को मिलेगा। भौतिकी विभाग के रिसर्च फेलो डॉ. अजय कुमार ठाकुर की देखरेख में संपन्न हुए इस कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकों डॉ. सतीश चंद्र झा,डॉ. प्रमोद झा, डॉ. सुजीत कुमार चौधरी, रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र झा, गणित विभागाध्यक्ष डॉ. हरिश्चन्द्र झा, आईक्यूएसी सहायक प्रवीण कुमार झा सहित छात्र-छात्राओं मो. अमीर इकबाल, पूजा कुमारी, श्यामा कुमारी, आशीष कुमार व उत्सव पाराशर की उल्लेखनीय भूमिका रही।









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