दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। चौदह दिसंबर से प्लास्टिक थैली के उपयोग, भंडारण, खरीद -बिक्री पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय में हुए जिला स्तरीय अनुश्रवण व निगरानी समिति की बैठक में इससे संबंधित सभी प्रकार के तैयारियों पर विमर्श किया गया। वहीं, जिला स्तरीय टास्क फोर्स व सिटी स्क्वायड के गठन का निर्णय लिया गया। प्लास्टिक के थैली के उपयोग से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया है। दरभंगा में पूरी सख्ती से इसका अनुपालन कराया जाएगा। वर्तमान में सिर्फ जैव चिकित्सा अपशिष्ट (बायो मेडिकल कचरा) के संग्रहण व भंडारण में प्रयुक्त होने वाले कैरी बैग, कंपनी से पैकेज्ड होकर आने वाले खाद्य पदार्थ व पौध शालाओं में पौधा उगाने के लिए प्रयुक्त होने वाले प्लास्टिक पात्रों को कैरी बैग नहीं माना जाएगा। इन तीनों कार्य में प्लास्टिक के कैरी बैग को छूट प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावे सभी प्रकार के कैरी बैग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। अगर इसके अलावे अन्य प्रकार के कार्यों के लिए प्लास्टिक कैरी बैग के उत्पादन, वितरण, व्यवसाय ,भंडारण व विक्रय किया जाएगा तो पहली बार में दो हजार, दूसरी बार में तीन हजार व उसके बाद प्रत्येक बार पकड़े जाने पर ₹ पांच हजार का जुर्माना लगेगा। प्लास्टिक कैरी बैग का दुकानों में वाणिज्यिक उपयोग करने पर पहली बार में पंद्रह सौ, दूसरी बार में पचीस सौ व तीसरी बार व उसके बाद प्रत्येक बार पकड़े जाने पर ₹3500 का दंड लगेगा। डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि चौदह दिसंबर को इस कानून के लागू होने से पूर्व ही सभी तरह के दुकानदारों व स्वयंसेवी संगठनों तथा सामाजिक गतिविधि में भाग लेने वाले लोगों के साथ बैठक कर लें। उन्हें इस नियम की जानकारी दे दें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास प्लास्टिक के कैरी बैगों का भंडारण है, उन्हें बताया जाए कि वह इसे वापस कर दें। इसकी जगह जूट या कपड़ा के कैरी बैग मंगा लें। लोगों को भी अपने घर से कपड़ा या जूट के कैरी बैग को बाजार जाते समय साथ ले जाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता चलाने का निर्देश दिया गया। वहीं, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र व वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह प्लास्टिक के कैरी बैग का उत्पादन अथवा व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों की सूची नगर आयुक्त को उपलब्ध करा दें तथा इन व्यवसायियों को अपने स्तर से भी इस आशय की सूचना दे दें । कपड़ा या कागज अथवा बायोडिग्रेडेबल पदार्थों के कैरी बैग बनाने वाले को जिला प्रशासन की ओर से प्रोत्साहित भी किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से इस स्तर पर व्यापक तरीके से जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा। डीएम ने सूचना व जनसंपर्क विभाग को निर्देश दिया कि प्लास्टिक के कैरी बैग के प्रयोग से होने वाली हानि व इसके दंडात्मक प्रावधानों के संबंध में होडिंग बैनर, दीवार लेखन तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। विद्यालय, कॉलेज एवं अन्य संगठनों के माध्यम से भी लोगों को इस संबंध में जानकारी दी जाए। प्लास्टिक थैली पर प्रतिबंध के प्रभाव कारी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया जाएगा। इसकी अध्यक्षता जिला अधिकारी करेंगे।
डीएम के अलावा इस समिति में जिला के सभी शहरी स्थानीय निकाय के मेयर एवं सभापति , जिला के सभी शहरी स्थानीय निकाय के नगर आयुक्त एवं कार्यपालक पदाधिकारी, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ,राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी या वैज्ञानिक ,शहरी विकास के क्षेत्र में विशेष जानकारी एवं अनुभव रखने वाले सामाजिक या सार्वजनिक क्षेत्र से जिले का कोई प्रख्यात व्यक्ति, शहरी विकास के क्षेत्र में जिले में सिविल सोसायटी संगठन के पद धारक व वरिष्ठ नागरिकों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। दुकानों में प्लास्टिक कैरी बैग का प्रयोग न हो इसके लिए निरंतर छापेमारी भी की जाएगी। छापेमारी के लिए सिटी स्क्वायड टास्क फोर्स का गठन होगा। जिसमें जिला प्रशासन के पदाधिकारी, शहरी स्थानीय निकाय के पदाधिकारी ,पुलिस विभाग के पदाधिकारी ,जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी व स्थानीय स्वयंसेवी संगठन तथा स्वयं सहायता समूह के सदस्य भी शामिल होंगे। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त से अगले 12 दिसंबर को सभी संगठनों एवं अधिकारियों के साथ एक बैठक बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित करने को कहा। साथ ही 13 दिसंबर को एक बड़ी रैली भी प्लास्टिक उपयोग न करने के लिये जागरूकता हेतु आयोजित की जाएगी। बैठक में महापौर बैजंती खेड़िया ,जिला परिषद अध्यक्ष गीता देवी, नगर आयुक्त नागेंद्र प्रसाद सिंह, अपर समाहर्ता वीरेंद्र प्रसाद , एसडीओ राकेश गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ. दिलीप मिश्रा, जिला परिवहन पदाधिकारी राजीव कुमार, सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी उमाकांत पांडे , डीपीआरओ लालबाबू सिंह समेत सभी नगर निकायों के अधिकारी उपस्थित थे।
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