दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। नशा शरीर, बुद्धि व चरित्र सब का नाश कर देता है। बच्चे, बूढ़े व युवा सब को इससे दूर रहने की जरूरत है। यह बात बुधवार को पुलिस महानिदेशक बिहार सैन्य पुलिस गुप्तेश्वर पांडेय ने कही। लहेरियासराय स्थित एमएल एकेडमी में नशा मुक्ति संबंधी जन जागरण अभियान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नशा आदमी के व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन के लिए भी हानिकारक है। युवा वर्ग को सभी प्रकार के नशा से विशेष रूप से दूर रहने की जरूरत है। साथ ही यह भी आवश्यक है कि समाज में लोगों को सभी प्रकार के नशा से दूर रहने के लिए निरंतर प्रेरित किया जाए। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मनुष्य का कर्म, मन व बुद्धि से संचालित होता है। मन का स्वभाव चंचल होता है। यह हमें भौतिक सुख के लिए प्रेरित करता है। वहीं, बुद्धि हमें गलत काम करने से रोकती है। इसलिए मनके प्रभाव में न आकर हमें बुद्धि व विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए। स्कूली बच्चों को देश-प्रेम व राष्ट्रभक्ति की शिक्षा देते हुए उन्होंने कहा कि हम सबको जाति, धर्म आदि के आधार पर किसी तरह के भेदभाव से बचना चाहिए। एक सशक्त देश बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई-लिखाई के जिस काम को करने में आज तकलीफ अनुभव होता है वही आगे चलकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा।
आईजी पंकज दराद ने कहा, बों को मिलकर काम करने की जरूरत
पुलिस महानिरीक्षक पंकज कुमार दराद ने कहा कि नशा मुक्ति अभियान समाज के कल्याण के लिए एक प्रकार का महायज्ञ है। इसमें सबों को मिलकर काम करने की जरूरत है, तभी हम एक नशा मुक्त समाज एवं सुंदर समाज बना सकेंगे।
आयुक्त मयंक वड़बड़े ने कहा, नश बना देता हमें खोखला, इससे मुक्ति जरूरी
आयुक्त मयंक वड़बड़े ने लोगों से आग्रह किया है कि सभी प्रकार के नशा को न कहने की आदत डालें। यह हमारे शरीर व हमारे नैतिक बल को खोखला कर देता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उठाया गया नशा मुक्ति का कार्यक्रम एक बहुत ही प्रभावकारी कार्यक्रम है।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने किया आगाह, अब कानून से बचना होगा मुश्किल, करें तौबा
जिला अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नशा का व्यापार व उसके उपयोग को रोकने के लिए सरकार ने करें कानून बनाए हैं। इन कानूनों के आधार पर लोगों को दंडित भी किया जा रहा है, पर एक नशा मुक्त समाज तभी बनेगा जब समाज का हर व्यक्ति जागरुक हो जाएगा और यह संकल्प लेगा कि हुए वह अपने समाज में किसी प्रकार के नशा को न होने देंगे। उन्होंने बच्चों व नागरिकों को सिविल सिपाही की संज्ञा दी। कहा कि जन जागरूकता से ही नशा जैसी कुप्रवृतियां पर रोक लगाने संबंधी अस्थाई सफलता मिल सकती है। डीएम ने समाज की अन्य कुरीति मसलन बाल विवाह व दहेज प्रथा के विरुद्ध भी बच्चों को जागरूक किया। उनसे आग्रह किया कि वह समाज में इनको प्रथाओं को दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
एसएसपी गरिमा मल्लिक बोली, आओ मिलकर करें बुराई को जड़ से खत्म
वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मल्लिक ने समाज के हर एक व्यक्ति को सभी प्रकार के नशा से दूर रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोगों में देशभक्ति व देश प्रेम का नशा होना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को नशा से दूर रहने के लिए शपथ भी दिलाई गई। नशा मुक्ति जन जागरण कार्यक्रम में बीएमपी के एआईजी अरविंद ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. महेश प्रसाद सिंह, विद्यालय के प्राचार्य विश्व भारती यादव अधिकारी स्थानीय नागरिक व स्कूली बच्चे शामिल थे।
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