दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो।अल्लपट्टी स्थित विधायक ललित यादव के आवास पर आइसा, एसएफआई, छात्र राजद ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का एलान किया। बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में मुख्य रूप से आइसा के राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी, एसएफआई के राज्य सचिव मुकुल राज,छात्र राजद के जिला प्रवीण प्रशांत, आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, छात्र राजद के प्रदेश महासचिव सह मिथिला विश्वविद्यालय प्रभारी अरुण कुमार यादव, एसएफआई प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित सागर मौजूद थे। लेफ्ट डेमोक्रेटिव फ्रंट के नेताओं ने कहा, मिथिला विवि के इतिहास बचाने, फर्जी छात्र संघ से बचने, शिक्षा-रोजगार के सवाल, महिला सुरक्षा, सशक्त जेंडर सेल का गठन, मिथिला विवि के सेंट्रल लाइब्रेरी की स्थिति, शिक्षक-कर्मचारियों की कमी, हॉस्टल का अभाव ,लगातार
फी वृद्धि से छात्र व अभिभावक हलकान हैं। कहा इन मुद्दे के साथ यह फ्रंट लेफ्ट डेमोक्रेटिक एक साथ सड़क पर आंदोलन किया है। ज़ुल्मतों के दौर में जब कैंपस के अंदर किसी खास विचार धारा थोपने के लिए हमले बढ़े हैं, मोदी सरकार ने आजादी के बाद इस वर्ष सबसे कम शिक्षा बजट दिया है। मोदी सरकार लगातार शिक्षा का निजीकरण करने में अंबानी-अडानी के झोले में डाल कर गरीब मेहनतकश छात्रों को शिक्षा से वंचित करने का हमला जारी है। रोजगार का आलम यह है कि ग्रुप डी के बहाली में 2.5 करोड़ फॉर्म गिरे हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नाम मे मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड, देवरिया-कठुआ रेप कांड आपके सामने है, इसलिए देश मे शिक्षा व रोजगार के साथ महिला सुरक्षा अहम सवाल है। संविधान को खत्म कर एक खास विचार धारा का इतिहास बनाने की स्थिति में देश का मौजूदा सरकार काम कर रहा है।
किसानों का लगातार आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार उनके सवालों को सुनना दूर जेल और लाठी से जवाब दे रही है, इसलिए आज के इस दौर मिथिला विवि का छात्र संघ चुनाव संघर्षकारी छात्र संघ चुनाव है क्योंकि 2019 से पहले का चुनाव है जो देश के लिए संदेश देने का काम करेगा। इसलिए इस गठबंधन का बनना ही फासीवाद ताकतों के खिलाफ जीत है। हम जीत के आते हैं तो मिथिला विवि के सवाल को तो उठाएंगे ही उसके साथ बिहार और देश के किसान-मजदूरों का भी आवाज बुलंद करेंगे! संयुक्त स्वरों में नेताओं ने कहा कि पूरे मिथिलांचल में एक भी केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं है। जिसके खिलाफ लेफ्ट डेमोक्रेटिव फ्रंट संघर्षरत रहा है। वहीं विश्वविद्यालय दलालों
के अड्डा बन गया है। डिस्टेंस एजुकेशन को निजी कंपनी के हाथों गिरवी रख दी गई है। जिसके खिलाफ आने वाले समय मे लेफ्ट डेमोक्रेटिव फ्रंट आंदोलन करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में छात्र राजद विश्विद्यालय अध्यक्ष भूमनेश्वर प्रताप यादव, आइसा जिला सचिव विशाल माझी, एसएफआई नेता अर्जुन कुमार, आरजेडी युवा नगर अध्यक्ष मो गयासुद्दीन, विश्वविद्यालय महासचिव राकेश कुमार राय, छात्र राजद महानगर अध्यक्ष मेराज करीमी, छात्र राजद प्रधान महासचिव अफजल, छात्र राजद सचिव पप्पू यादव, छात्र राजद प्रखंड अध्यक्ष अलीनगर अन्क्लेश झा, छात्र राजद प्रमंडल प्रभारी प्रभात चौधरी सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
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