दरभंगा, दरभंगा देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा में घूस लेते ड्रग इंस्पेक्टर को विजिलेंस ने सिविल सर्जन ऑफिस से दबोचा है। गुरुवार की दोपहर हुई इस घटना से पूरे जिले में चल रहे दवा कारोबार की काली करतूत भी सामने आ गई है। जिले में चल रहे करीब तीस हजार से अधिक दवा दुकानों के पास फार्मासिस्ट के नाम पर सिर्फ कागज है। ऐसे में, सालों से यहां फर्जीवाड़ा का खेल चल रहा है। ड्रग इंस्पेक्टर अवैध कमाई कर मोटे हो रहे और सरकारी बड़े मुलाजिमों की जेब गरम कर रहे हैं। इस बीच गुरुवार को निगरानी की नौ सदस्यीय टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय से ड्रग इंस्पेक्टर अवधेश कुमार सिंह को दबोचकर सनसनी फैला दी है। जानकारी के अनुसार, दरभंगा में निगरानी विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय में छापेमारी करते हुए एक अधिकारी को घूस लेते गिरफ्तार किया। निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन कार्यालय से ड्रग इंस्पेक्टर अवधेश कुमार सिंह को पकड़ा। टीम को उनके पास से साठ हजार रुपए भी मिले। देशज टाइम्स पर सबसे पहले यह खबर आप तक, इस जानकारी के मुताबिक निगरानी विभाग की टीम को ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ शिकायत मिली थी जिसके बाद विजिलेंस की नौ सदस्यीय टीम ने ये कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार, निगरानी की टीम ने गुरुवार को अठारह वर्षों से सिविल सर्जन कार्यालय में जमे ड्रग इंस्पेक्टर मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले ड्रग इंस्पेक्टर व फिलहाल मिश्रटोला में किराए के मकान में रह रहे अवधेश सिंह को साठ हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इनके दलाल एक कर्मी जो रिश्वत की राशि वसूलने व बाजार में व्यवसायियों को धमकी देने का कार्य करता था वो भी सीएस कार्यालय के चतुर्थवर्गीय कर्मी राजेंद्र यादव को भी टीम साथ ले गई है। पूरा मामला शहर के चर्चित आर्थों चिकित्सक डॉ. आरबी खेतान की शिकायत पर हुआ है। बताया जाता है कि डॉ. खेतान के नर्सिंग होम में संचालित दवा दुकान सहित शहर के कई दवा दुकानों को इंस्पेक्टर अवधेश सिंह ने पंद्रह दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया था। वहीं, डॉ. खेतान से अस्सी हजार प्रति वर्ष की दर से रिश्वत अवधेश मांग रहे थे। डॉक्टर खेतान ने सौंदा साठ हजार में तय कर इसकी जानकारी निगरानी को दे दी। निगरानी टीम इसकी जांच के लिए बुधवार को सीएस कार्यालय पहुंच गई। अगले दिन यानी गुरुवार को ड्रग इंस्पेक्टर को दबोचने के लिए जाल बिछाते हुए जैसे ही डॉ. खेतान रिश्वत की राशि ड्रग इंस्पेक्टर को दी पैसे समेत उन्हें दबोच लिया गया। वहीं, चतुर्थवर्गीय कर्मी राजेंद्र यादव लहेरियासराय थाने क्षेत्र के अभंडा मोहल्ला का निवासी है। छापेमारी टीम का नेतृत्व पटना निगरानी के डीएसपी गोपाल पासवान ने किया। टीम में इंस्पेक्टर आशिष एकवाल मेंहदी, जहांगीर आलम, मिथिलेश जायसवाल, एएसआई जयप्रकाश, मणिकांत सिंह, सिपाही रामलखन कुमार, धर्मवीर कुमार, मुकेश कुमार सहित बीएमपी की एक सेक्शन फोर्स शामिल रही।
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