

पटना, देशज टाइम्स संवाद। पांच वर्ष से अधिक समय तक एक ही जिले में तैनात सिपाहियों को जल्द जिलाबदर कर दिया जाएगा। उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। बड़े पैमाने पर महकमे में फेरबदल से पटना पुलिस लाइन में हड़कंप मच गया है। सूची में नामित कई पुलिस अफसरों का तबादला कुछ साल पहले ही हो गया था, लेकिन वे पैरवी के बल पर कब्जा जमाए बैठे थे। लंबे समय से टिके 211 पुलिस अफसरों को जिले से बाहर कर दिया गया है। जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान के स्तर से प्रक्षेत्र के सभी 11 जिलों के इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर संवर्ग के कुल 870 पुलिसकर्मियों का दूसरे रेंज में ट्रांसफर किया गया है। ट्रांसफर किए गए पुलिसकर्मियों में पटना जिले के एक इंस्पेक्टर, 176 दारोगा व 23 एएसआइ शामिल हैं। 176 दारोगा में पुलिस लाइन के पांच सार्जेंट हैं। पुलिस अफसरों में 35 महिला दारोगा हैं। पांच वर्ष से अधिक समय तक एक ही जिले में तैनात सिपाहियों को जल्द जिलाबदर किया जाएगा। उनकी सूची तैयार की जा रही है। बड़े पैमाने पर महकमे में फेरबदल से पूरे प्रदेश के पुलिसकर्मियों में एकसाथ हड़कंप है। कई पुलिस अफसरों का तबादला कुछ साल पहले ही हो गया था, लेकिन वे पैरवी के बल पर कब्जा जमाए बैठे थे। इसमें पटना जोन में लंबे समय से टिके 211 पुलिस अधिकारियों को जिले से बाहर कर दिया गया है। जोन के कुल 870 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया है। इसमें लंबे समय से टिके 211 पुलिस अफसरों को जिले से बाहर कर दिया गया। जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान के स्तर से प्रक्षेत्र के सभी ग्यारह जिलों के इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर व असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर संवर्ग के कुल 870 पुलिसकर्मियों का दूसरे रेंज में ट्रांसफर किया गया है। इसके लिए आइजी ने सभी ग्यारह जिलों के एसपी को निर्देश मिला है। उन्होंने सभी एसपी से कहा है कि दस दिसंबर तक उन पुलिस अफसरों को एलपीसी यानी अंतिम वेतन प्रमाणपत्र निर्गत कर जिले से विरमित दें। इसके बाद उन्हें नए जिले में योगदान करने के बाद ही वेतन भुगतान किया जाएगा। तबादला रोकने के लिए किसी तरह का बहाना नहीं चलेगा। उनके खिलाफ जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

















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