

दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। जागरूकता के अभाव में नवजात बच्चों के परित्याग, उनके मृत पाए जाने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए बाल संरक्षण इकाई की ओर से सभी प्रखंड में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किए जाने का निर्णय किया गया है। इसको लेकर मंगलवार को जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक रवि शंकर तिवारी की ओर से चाइल्ड लाइन के दरभंगा कोलेब व सभी सब सेंटर के समन्वयक के साथ बैठक की गई। बैठक में कहा गया कि दत्तक ग्रहण यानी गोद लेने की विधिवत प्रक्रिया की जानकारी सभी सरकारी चिकित्सालय तथा थानों को दें। इस निमित्त सभी प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी व सभी थानाध्यक्षों के साथ आशा, एएनएम व थाना के अन्य पदाधिकारी, कर्मी के साथ एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें।

उन्हें यह जानकारी दें कि अगर कोई माता-पिता किसी बच्चे का परित्याग करना चाहते हैं तो उन्हें चाइल्डलाइन के नंबर 1098 पर संपर्क करना चाहिए, उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। कोई भी नवजात बच्चा कहीं पाए जाने पर इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दें। किसी बच्चे को न मारें, बच्चा चाइल्ड लाइन व जिला बाल संरक्षण इकाई को दें। विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के संरक्षण में यह बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया में जाएगा। सरकार की ओर से सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पालना लगाया जाएगा जिसमें ऐसे बच्चे गुप्त रूप से छोड़े जा सकते हैं। कोई भी माता-पिता अपने पास लावारिस बच्चे को नहीं रख सकते, यह कानूनन अपराध है। बच्चा रजिस्ट्रेशन के तहत ही गोद लिया जा सकता है। फेकें नहीं, हमें दें इस स्लोगन के साथ पूरे जिले में प्रचार प्रसार की योजना बनाएं ताकि एक भी नवजात मारा न जाए उसे देश-विदेश के पंजीकृत माता-पिता की गोद मिले। अगले सप्ताह से इस जागरूकता अभियान की शुरुआत करने का निदेश देते हुए बैठक समाप्त की गई। बैठक में चाइल्ड लाइन के समन्वयक रवींद्र, टीम मेंबर आराधना, सिंहवाड़ा, मनीगाछी, केवटी, बहेड़ी व अन्य उपस्थित थे।









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