जनकपुरधाम से आकिल हुसैन, मिथिलांचल ब्यूरो हेड देशज टाइम्स ब्यूरो। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम व जगत जननी जानकी सीता के विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर जानकी मंदिर से लेकर पूरा जनकपुरधाम विवाह के मंगल गीतों से गूंजायमान हो गया। लेकिन, इस बार उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के श्री राम बरात के दिन जनकपुरधाम आने से विवाह पंचमी महोत्सव का महत्व और अधिक बढ़ गया। मुख्यमंत्री योगी के आगमन को लेकर जनकपुर के लोग अधिक उत्साहित दिखें। योगी ने कहा कि माता सीता की जन्म
स्थल पर आकर आज धन्य हो गया। हज़ारों वर्षों पुरानी हमारी साझी सांस्कृतिक परंपरा व विरासत के लिए राजमार्ग खुलेगा। इससे दोनों देशों के रिश्तों में मजबूती आएगी। उन्होंने ने 113 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या के विकास सहित विभिन्न परियोजनाओं के शुभारंभ करने का घोषणा भी किए। योगी के स्वागत के लिए जानकी मंदिर, जनकपुर उपमहानगरपालिका व प्रदेश नंबर दो की सरकार अपने स्तर से तैयारी में जुटी थी।
मटकोर में जुटे हजारों भक्त, किया गंगा सागर से मिट्टी लाने का अनुष्ठान
राम मंदिर प्रांगण में धूमधाम से पूजा मटकोर का कार्यक्रम का संपन्न हुआ। इस मौके पर गंगा सागर से मिट्टी लाने का अनुष्ठान किया गया। मिथिला परंपरा के अनुसार हुए इस पूजा-मटकोर में हजारों लोग शामिल हुए। बुधवार को श्री राम-जानकी विवाहोत्सव मनाया गया। हर तीन वर्ष के अंतराल पर अयोध्या से जनकपुर बराती आते हैं। जानकी मंदिर के मुख्य पुजारी राम रोशन दास ने कहा कि नेपाल व भारत के विभिन्न स्थानों से रामजानकी विवाह पंचमी महोत्सव में भाग लेने के लिए तीर्थयात्रियों के आने का क्रम हज़ारों वर्षों से जारी है।
जनकपुर का हर मठ मंदिर सीताराम जाप व मंगल गीत से गूंजायमान
विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर जनकपुर का हर मठ मंदिर सीताराम जाप व मंगल गीत से गूंजायमान हो रहा। जनकपुर के जानकी मंदिर राम मंदिर जनक मंदिर रत्न सागर झूलन कुंज सुंदर सदन बिहार कुंड सहित सभी मठ मंदिरों में सीताराम का अखंड धुन से वातावरण मंत्रमुग्ध रहा। सभी मठ-मंदिरों में बाहर से आए साधु संत व श्रद्धालु भी यहां ठहरे थे। कई खाली मैदान में भी श्रद्धालु ठहरे थे। वहीं, अयोध्या से आनेवाली बारात एवं यूपी के सीएम योगी के जनकपुर आगमन को लेकर जनकपुर के सभी होटल लॉज और धर्मशाला बुक हो चुके थे।
रंगीन रोशनियों से सजा जानकी मंदिर अदभुत छटा बिखेर रहा था। अयोध्या के अलावा विभिन्न स्थानों के साधु-संत भी पहुंचे। तीर्थयात्रियों के रूप में विवाह महोत्सव में भाग लेने आए लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई।
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