

अलीनगर, देशज टाइम्स ब्यूरो। थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव के मो. सरफराज की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को इस ठंड में पसीने छूट रहे हैं। पूरे मामले में पेंच ही पेंच है। मोबाइल नंबरों की जांच चल रही है लेकिन इसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। किसी भी स्तर या आशंका का खुलासा पुलिस अधिकारी नहीं कर रहे हैं किंतु लीलपुर गांव के जिन तीन लोगों को 31 दिसंबर को ही पूछ ताछ के लिए हिरासत में लिया है उन्हें बुधवार की देर शाम तक छोड़ा नहीं गया है। उन तीन लोगों में करीब 65 वर्षीय अब्दुल करीम, चालीस वर्षीय मो.शमीम व पचपन वषीय सईद शामिल हैं, जिनके यहां मृतक का आना जाना लगा रहता था। जानकारी के अनुसार, सरफराज की लाश धमुआरा पकड़ी मुख्य सड़क पर अंधराघाट के निकट मिली थी जिनका दाहिना पैर जांघ से नीचे भयंकर रूप से जख्मी था। वहीं मोटरसाइकिल भी काफी क्षतिग्रस्त होकर पड़ी थी।

घटना स्थल पर जुटी भीड़ उसे हत्या का मामला मान रही थी। पुलिस के साथ रोड़ेबाजी भी हुई। सरफराज की हत्या का मामला बताते हुए पत्नी गौसिया खातून ऊर्फ रूबी ने अपना फर्द बयान पुलिस को देकर मामला दर्ज करवाया है जिसमें कुल तीन लोगों को नामजद किया है जिसमें लीलपुर गांव के जावेद, जीलानी व रबबानी तीनों भाई व कुछ अज्ञात शामिल हैं लेकिन मामला अभी भी उलझा है। इधर, स्थानीय थाना पर बुधवार देर शाम बेनीपुर एसडीपीओ उमेश्वर चौधरी ने कांड के संबंध में पूछने पर बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर सबसे पहले नामजदों को गिरफ्तार किया जाएगा लेकिन मामले के विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस जांच करने में जुटी है।









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