सदस्यों ने सीओ की सुस्ती पर भी सवाल उठाए। कहा कि ऐसे अधिकारियों की लापरवाही से भवन निर्माण अधर में है। जिप सदस्य दीपक मिश्रा ने कहा, सीओ दीनानाथ कुमार सुस्त हैं। इनकी सुस्ती से पूरे प्रखंड में दर्जनों सरकारी भवन भूमि अनापत्ति प्रमाणपत्र के चलते अधर में है। प्रखंड पूरी तरह दलालों के चंगुल में फंस चुका है। कोई भी काम बिना पैसे दिए नहीं हो रहा। गरीब मर रहे हैं। जनता त्रस्त हैं और अधिकारी मग्न, बेसुध।
घनश्यामपुर, देशज टाइम्स ब्यूरो। प्रखंड के ई किसान भवन में शनिवार को पंचायत समिति की बैठक में जनप्रतिनिधियों के निशाने पर बीडीओ व सीडीपीओ रहे। बैठक शुरू हुई कि नहीं हंगामा शुरू हो गया। सदन ने ध्वनि मत से बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी शम्स तवरेज आलम के खिलाफ सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर जोरदार हंगामा व बहस खड़ा कर दिया। सदस्यों का कहना था कि पिछले बार आयोजित पंसस की बैठक की कार्रवाई पुस्तिका में शामिल दो प्रस्ताव संख्या दो व तीन में शामिल मामलों को बीडीओ ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। कहा कि बीडीओ के आवास के चारों तरफ बाउंड्री व घर के अंदर व कार्यालय में टाइल्स लगाने का कार्य व कार्यालय का सौंदर्यीकरण
पंचम वित्त आयोग मद से कराने का प्रस्ताव मनगढ़ंत रूप से सम्मिलित कराया जाना था। बैठक से दस दिन पूर्व जब प्रमुख के समक्ष कार्रवाई पुस्तिका पेश किया गया तो प्रमुख मुंद्रिका देवी ने यह कहते हुए पुस्तिका पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया कि दोनों प्रस्ताव पर पूर्व बैठक में कोई चर्चा ही नहीं हुई थी। इसी बात को लेकर सदन शुरू होते ही हंगामे में बदल गया। सदन आरंभ होते ही प्रमुख मुंद्रिका देवी व उपप्रमुख नसर नबाब ने कार्यपालक अधिकारी से इस मामले पर जवाब देने को कहा तो बीडीओ ने कहा कि पूर्व बैठक के बाद बुढेब इनायतपुर के मुखिया सुधीर ईश्वर व जिप सदस्य दीपक मिश्र को फोन कर दोनों प्रस्ताव को शामिल किया गया जिसे सदन में मौजूद दोनों जनप्रतिनिधियों ने खारिज कर दिया। सदन ने बीडीओ की ओर से सदन की गरिमा को भंग किए जाने की बात कहते हुए बीडीओ के खिलाफ
निंदा प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित कर दिया। मुखिया सुधीर ईश्वर ने कहा कि बीडीओ साहब प्रखंड में काम नहीं बल्कि राजनीति कर रहे है। सदन में बाल विकास पदाधिकारी की अनुपस्थिति के चलते उन पर भी ध्वनि मत से निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। सदस्यों ने कहा कि बाढ़ राहत, फसल क्षति व सुखाड़ की राशि को तरस रहे लोगों को प्रशासन मरने के लिए छोड़ दिया है। इसको लेकर पंसस नंद कुमार झा के साथ प्रखंड प्रमुख की अगुआई में पूरे सदन ने बीडीओ पर जमकर हमलावार होते कहा कि पूरा प्रखंड बाढ़ से प्रभावित घोषित होने के साथ फसल क्षति और सुखाड़ की राशि के लिए भटक रही है पर बीडीओ की निष्क्रियता के चलते पीड़ितों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, प्रक्रिया की जटिलता को देखते हुए लगता है कि जनप्रतिनिधियों को फिर से सड़क पर संघर्ष करना पड़ेगा। इसके अलावे सदस्यों ने सीओ की सुस्ती पर
भी सवाल उठाए। कहा कि ऐसे अधिकारियों की लापरवाही के ही कारण भवन निर्माण अधर में है। सदन में जिप सदस्य दीपक मिश्रा ने कहा कि सीओ दीनानाथ कुमार की सुस्ती के चलते पूरे प्रखंड में दर्जनों सरकारी भवन भूमि अनापत्ति प्रमाणपत्र के चलते अधर में है। प्रखंड पूरी तरह दलालों के चंगुल में फंस चुका है। कोई भी काम बिना पैसे दिए नहीं हो रहा। जनता मजबूर बन गई है। वहीं, सदन पेंशन योजना राशि के साथ-साथ राशन आवंटन पर चल रहे कार्यो पर सदन संतुष्ट नजर आई। मौके पर ही सदस्यों ने तय किया कि पंद्रह दिनों के बाद फिर से विशेष बैठक आयोजित हो। इसको लेकर सदन ने उपप्रमुख नसर नबाब के पंद्रह दिनों बाद सदन की विशेष बैठक आयोजित करने के प्रस्ताव को भी ध्वनि मत से पारित कर दिया। पैक्स अध्यक्ष राम सेवक सिंह की ओर से घनश्यामपुर में दो सुलिस गेट के निर्माण व तलाब के सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव के साथ बैठक संपन्न हो गया।