अलीनगर, देशज टाइम्स ब्यूरो। लंबे समय तक सामाजिक कार्य से जुड़े जागेश्वर दास का 89 वर्ष की आयु में रविवार की देर शाम उनके पैतृक गांव हरसिंहपुर में निधन हो गया। इन्होंने देश में लगाए गए आपातकाल के खिलाफ 1975 में जेपी की अगुवाई में जेल भरो आंदोलन में पंडित उमाकांत झा के नेतृत्व में सक्रिय होकर दरभंगा जेल में सात महीने बिताए। इनका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव होने के कारण दस वर्षों तक झारखंड के रांची में रहकर आदिवासी समाज के उत्थान के लिए भी कार्य किया। जेपी सेनानी को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित किए जाने के बाद इन्हें प्रतिमाह पेंशन भी मिल रहा था। अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इनमें एक पुत्र कैलाश चौपाल व विधवा पत्नी समेत भरा पूरा परिवार है। अंत्येष्टि सोमवार को गांव के ही शमशान में किया गया। इसमें भारी संख्या में लोगो ने भाग लिया। निधन पर नवानगर नरमा पंचायत के पूर्व मुखिया सह जेपी सेनानी विरेंद्र कुमार झा, विशंभर झा, शिव शंकर चौधरी ,विजय कुमार झा समेत कई जेपी सेनानियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं कहा है कि एक सच्चे जेपी सेनानी के चले जाने का गम भी है।
नहीं रहे देश हित के सच्चे सिपाही जागेश्वर
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