केवटी, देशज टाइम्स ब्यूरो। रसोइया संघ के हड़ताल के समर्थन व दो फरवरी को शिक्षा के सवाल पर आंदोलन कर रहे रालोसपा अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा पर लाठीचार्ज के विरोध में आहुत बिहार बंद का असर सोमवार को प्रखंड में मिलाजुला असर देखा गया है। सामान्य दिनों की तरह सभी सरकारी -गैर सरकारी कार्यालय व शिक्षण संस्थान तथा दुकानें खुली रहीं । भाकपा माले कार्यकर्ताओं व रसोइया ने सचिव धर्मेश यादव व रसोइया संघ के नेता उमेश यादव के नेतृत्व में दरभंगा – जयनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 527 बी को सामुदायिक चिकित्सा केंद्र रनवे-केवटी के समीप जाम कर यातायात को ठप कर दिया।
इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं एवं रसोइया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।बंद के समर्थन में राजद कार्यकर्ता भी अध्यक्ष अब्दुल मन्नान अंसारी के नेतृत्व में सड़क पर उतर गयें ।जाम के कारण सड़क के दोनों ओर छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारे लगी रहीं। भाकपा माले सचिव ने लाठी चार्ज की निंदा की। कहा कि राज भवन मार्च के दौरान रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर पुलिसिया हमला सरकार की तानाशाही प्रवृति का घोतक है।
कहा कि 7 जनवरी से रसोइया हड़ताल पर है । लेकिन सरकार इनकी मांगों को सुनने केंद्र लिए तैयार नहीं है। उल्टे रसोइया को धमकाने का काम कर रही है, जो लोकतंत्र पर हमला है। जाम करने वालो में ललन सदाय, लीलम देवी, रेवी देवी, अमरेश कुमार, युवा राजद अध्यक्ष प्रदीप कुमार पंकज, प्रो.कैलाश प्रसाद साह, जगदीर यादव, सलमान अख्तर, संझा देवी, विमला देवी, लक्ष्मीनिया देवी, ललन सदाय , कल्पी सदाय , रूणा देवी, सुबैदा खातून, गुड़िया खातुन, रामाशीष साहु, दुर्गा देवी, लीलम देवी, जगिया देवी, सुनीता देवी, सीता देवी, रामदुलारी देवी सहित कई शामिल रहे।