आकिल हुसैन, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। देश की राजनीतिक सिर्फ स्वार्थ की राजनीति बनकर रह गई है। देश के विकास के लिए कोई भी राजनीतिक दल आज काम नहीं करता। यह बात भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने देशज टाइम्स से विशेष बातचीत में गुरुवार को कही। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद रेल मंत्री थे, उस समय लालू प्रसाद ने सांसद के वेतन का एक प्रस्ताव दिया था। जिस प्रस्ताव को एक मिनट भी नहीं लगा कि पूरे सांसद ने एक सुर में सुर मिलाकर उक्त विधेयक को पास कर दिया गया। इसका न सत्ताधारी और न हीं इसका विपक्षी किसी दल ने विरोध किया, क्योंकि सभी राजनीतिक दलों को अपना निजी स्वार्थ उक्त विधेयक से था। श्री महतो ने एससी-एसटी विधेयक पर कहा कि भाजपा को लगा कि एससी-एसटी एक्ट सुप्रीम कोर्ट का गलत निर्णय था।
एससी- एसटी के लोग सड़क पर न उतर जाए। उनको लगा कि यह वोटर अब भाजपा से खफा हो जाएगा, तो भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए एक अध्यादेश लाया और उसे पुनः स्थापित कर दिया, परंतु पुराने कानून से पांच राज्यों के चुनाव में भाजपा की हार हुई। भाजपा को लगा कि स्वर्णो का वोट अब हाथ से खिसक रहा है,तो उसने सांसद में एक अध्यादेश लाकर दस प्रतिशत आरक्षण स्वर्णो को दिया। इसका स्वागत सभी राजनीतिक दलों ने किया है, लेकिन बारह पार्टी ने विरोध किया, परंतु अपना-अपना मत उस अध्यादेश को पारित करने में दिया।
मात्र तीन वोट विरोध में दिए गए। वहीं गरीब या किसी आम जनता को फायदा मिले वह आज तक भारत के इतिहास में कोई भी राजनीतिक दलों ने नहीं किया। जो भी विधेयक सांसद में लाया गया उसको एक ही दिन में कभी पास नहीं करा गया। इतना ही नहीं बल्कि कई सालों तक वह विधेयक लटका रहा। जो चर्चा का विषय है। वैसा विधेयक पर्सनल राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं है जिसे पास होने में वर्षों लगा दी जाती है। इसलिए भारतीय मित्र पार्टी ऐसी राजनीति की घोर निंदा करती है। जो सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए राजनीतिक दल है। श्री महतो ने देशज टाइम्स से कहा कि देश कि आर्थिक हालत ठीक नहीं है। देश का शिक्षित नौजवान रोजगार के लिए सड़कों पर भटक रहा है तो किसान आर्थिक तंगी से आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के हटने से देश विकास के साथ आगे बढ़ सकेगा। देश की परेशान जनता लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को अपने वोटों से जवाब देगी।




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