EXCLUSIVE REPORT CHANDAN PANDAY दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। केवटी प्रखंड के माधोपटी स्थित शिक्षण प्रशिक्षण कॉलेज में छात्रों से परीक्षा फार्म के नाम पर नाजायज शुल्क की वसूली हो रही है। पूछे जाने पर प्राचार्य इंद्रशेखर झा व नामांकन प्रभारी नरेंद्र कुमार ने सफाई में कहा कि जिन जिन छात्रों से हम ज्यादा पैसा ले लिए हैं उसे जल्द ही वापस कर देंगे। मुझे माफ़ कर दें। देशज टाइम्स की टीम जब पहुंची तो दोनों हाथ जोड़ने लगे। BIET की 2017-2019 की वार्षिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से प्राचार्य जमकर वसूली कर रहे हैं।
अपने गुर्गों से मिलकर प्राचार्य रूपयों की लूट कर रहे और इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। इस परीक्षा में कुल 125 छात्र शामिल हुए हैं। हर छात्रों से दो सौ रुपए नाजायज लिए जा रहे हैं यानी बैठे बैठे प्राचार्य अपने गुर्गों से मिलकर हजारों की अवैध उगाही की है जिसपर जिला प्रशासन, जिला शिक्षा विभाग उसके अधिकारियों की नजर नहीं है। या यूं कहें तो जिला स्तर तक इनकी कमीशन बंधी हुई है जिस वजह से ऐसे घूसखोर शिक्षा माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
हर छात्रों से तेरह सौ की जगह पंद्रह सौ की वसूली ठीक जिला मुख्यालय से चंद किमी की दूरी पर हो रहा है और बेखौफ माफिया छात्रों उनके अभिभावकों को लूट रहे हैं और कैमरे के साथ गिड़गिड़ाते कह रहे हैं कि आगे से ऐसा नहीं करेंगे रूपया वापस कर देंगे। आखिर परीक्षा फार्म के नाम पर ऐसी उगाही क्यों, किस लिए कौन जिम्मेदार है इसके लिए क्या कोई कार्रवाई होगी या यूं ही ऐसे शिक्षा के बाजीगर अपनी ताकत व पहुंच से छात्रों के साथ उनके अभिभावकों का जीवन शोषण करने से बाज नहीं आएंगें।

वहीं नामांकन प्रभारी ने कहा कि ये सब मैंने प्राचार्य महोदय के कहने पर लिया है।सभी छात्रों का पैसा वापस कर देंगे। जहां शुल्क तेरह सौ रुपए है, वहीं पंद्रह सौ रुपया लिया जा रहा है। वहीं देशज टाइम्स से बातचीत करते हुए काफी आराम से खैनी लगाते हुए बेखौफ अपनी बात रखते गए। मतलब साफ, सुशासन का भय इन्हें नहीं है। शिक्षा विभाग शिक्षा मंत्री का भयन इन्हें नहीं है। सिस्टम का कोई मायने यह नहीं समझते। इन्हें ना तो किसी का डर है ना शर्म बची है।





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