केवटी, देशज टाइम्स ब्यूरो। रसोइया संगठनों के संयुक्त आह्वान पर मांगों के समर्थन में चल रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल के तहत 27वें दिन भी रसोइया हड़ताल पर डटी रहीं। सोमवार को बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ एक्टू के प्रखंड इकाई के बैनर तले हड़ताली रसोइया ने खिरमा-पथरा स्थित बीआरसी भवन में तालाबंदी कर धरना पर बैठ गई। मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते प्रदर्शन करती सभी मांगों पर अड़ी थी।
साथ ही सरकार पर रसोइया के साथ भेदभाव बरतने का आरोप लगाया। नेतृत्व उमेश यादव व केवल दास ने संयुक्त रूप से की। धरना पर बैठी रसोइया संझा देवी, विमला देवी, लक्ष्मीनिया देवी, ललन सदाय , कल्पी सदाय , रूणा देवी, सुबैदा खातून, गुड़िया खातुन, रामाशीष साहु, दुर्गा देवी, लीलम देवी, जगिया देवी, सुनीता देवी, सीता देवी, रामदुलारी देवी समेत अन्य का कहना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी व बिहार की नीतीश सरकार निरंकुश है। दोनों ही सरकार गरीब व मजदूर विरोधी है। लोकसभा चुनाव में हम सभी रसोइया सरकार के खिलाफ वोट करेंगे।
कहा, मांगें जब तक नहीं मानी जाती है तब तक हड़ताल जारी रहेगा। इधर, जिला इंटक अध्यक्ष इंद्र कुमार चौधरी ने भी हड़ताली रसोइया की मांगों का समर्थन किया है। साथ ही सरकार से मांग की है कि रसोइया से वार्ता कर शीघ्र हड़ताल समाप्त करायी जाए।