सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के आह्वान पर चल रहे बेमियादी हड़ताल के तहत प्रखंड इकाई ने गुरुवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय पर प्रदर्शन कर तालाबंदी की। सड़कों पर निकली सेविका-सहायिकाओं के जत्थे ने अतरबेल जाले पथ पर यातायात को बाधित कर दिया। वाहनें इधर-उधर फंसती रहीं। जानकारी के अनुसार, प्रखंड अध्यक्ष विनीता चौबे के नेतृत्व में खादीभंडार से निकाले गए प्रतिवाद मार्च में केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। मौके पर संघ की जिला सचिव साहीन प्रवीन ने सेविका सहायिका को सरकारी सेवक घोषित कर न्यूनतम वेतन अठारह हजार प्रतिमाह की मांग रखी। केरल व दिल्ली सरकार के फैसले के साथ उच्च न्यायालय के निर्देश का राज्य सरकार लागू करने की मांग की। सड़क से सदन तक आंदोलन की चेतावनी दी। खेमयू के जिला सचिव सह संघ के मुख्य संरक्षक दिलीप भगत ने कहा, आंगनबाड़ी के निजीकरण, जीविका,गैर सरकारी संगठन, स्वयं सहायता समूहों व कॉरपोरेट को सौंपने की साजिश पर अंकुश लगाया जाए।पंद्रह सूत्री मांग पत्र में कहा कि बिना भौतिक सत्यापन के पोषाहार राशि की वसूली पर रोक, समान काम के लिए समान वेतन प्रणाली लागू की मांग को संगठन के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय लिया गया। मौके पर आंगनबाड़ी सेविका विभा देवी, वीणा झा, रेणु देवी, किरण कुमारी,शीला देवी, मंजूला झा, पूनम गूप्ता, रानी कुमारी, सम्मा प्रवीण, सूर्यमाला कुमारी, कविता कुमारी, प्रभावती देवी, शिव कुमारी, मुशर्रत बानो ने विचार रखे। उधर, प्रतिवाद मार्च में सेविकाओं की उमड़ी भीड़ ने अतरबेल जाले पथ पर यातायात को प्रभावित कर दिया। वाहनों की कतार लगी रही।
सिंहवाड़ा सीडीपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन, तालाबंदी, मार्च, नारेबाजी, अल्टीमेटम
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