दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट यानी अधिषद में कर्मचारी प्रतिनिधि के निर्वाचन के लिए गुरुवार को मुख्यालय के व्याकरण विभाग में गहमा-गहमी के बीच मतदान हुआ। वैसे तो मतदान सुबह 11.30 से 3.30 तक चला लेकिन सुबह से ही परिसर में बहुत चहल-पहल रही। कुल 251 मतदाताओं में से 222 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह संख्या कॉलेज से लिफाफे में आए मत पत्रों के कारण बढ़ सकती है। इस तरह कुल 88.5 फीसद वोट पड़े। खास बात यह रही कि एकदम आम चुनाव के माफिक मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. सुरेश्वर झा ने चुनावी प्रक्रियाओं को सम्पन्न कराया। मत गणना कल शुक्रवार को व्याकरण विभाग में होगी। साथ ही रिजल्ट भी उसी दिन आ जाएगा। विजेता प्रतिनिधि अधिसूचना की तिथि से अगले तीन सालों के लिए चुने जाएंगे। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के पीआरओ निशिकांत ने देशज टाइम्स को बताया कि इस चुनाव में कुल पांच उम्मीदवार मैदान में फरिया रहे हैं और सभी के भाग्य आज मत पेटी में बंद हो चुका है।

चुनावी दौड़ में पंकज मोहन झा, रविंद्र कुमार झा, अनिल कुमार झा, श्रीदेव मंडल व सुनील कुमार सिंह शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, मतदान को विधिवत सम्पन्न कराने के लिए डॉ. विश्राम तिवारी, डॉ. विकाउ झा व डॉ. दयानाथ झा को मतदान पदाधिकारी का दायित्व दिया गया था। दंडाधिकारी के रूप सदर सीओ अरुण सक्सेना भी विश्वविद्यालय थाने की पुलिस के साथ बूथ पर तैनात थे।सभी उम्मीदवारों ने अपने मतदान अभिकर्ता को भी नियुक्त कर रखा था। बताया गया कि मुख्यालय के 119 व अंगीभूत कॉलेजों के 79 व संबंद्ध कॉलेजों के 53 शिक्षकेतर कर्मिंयों यानी कुल 251 कर्मियों को वोटिंग करनी थी, जिसमें 169 वोटरों ने प्रत्यक्ष रूप से गुप्त मतदान किया। शेष 53 लिफाफे डाक से आए थे। मुख्यालय के कर्मचारियों ने बड़े ही उत्साह से वोटिंग की।अधिकांश कॉलेज कर्मियों ने बंद लिफाफे में अपने वोट डाक से मुख्य चुनाव पदाधिकारी प्रो. सुरेश्वर झा को प्रेषित किया था। प्रो. झा ने बताया कि कुल पड़े वास्तविक मतों की संख्या बंद लिफाफे को खोलने के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने शान्तिपूर्ण मतदान के लिए सभी कर्मियों को धन्यवाद दिया।




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