जानकारी के मुताबिक यहां एक खाद्य प्रसंस्करण इकाई में काम करते समय मजदूरों पर अनाज की बोरियां गिर गईं। राहत और बचाव का काम जारी है। यह भी पता चला है कि बोरियों के नीचे दबे मजदूर बिहार के रहने वाले हैं। लोगों को बाहर निकालने और बोरियों को हटाने में जेसीबी लगाई गई है।
बिहार के 7 मजदूरों की कर्नाटक में मौत हो गई है। 100 टन मक्के के ढेर में दबने से सभी की जान चली गई है। पुलिस ने एक का रेस्क्यू कर लिया है। वहीं, कर्नाटक के विजयपुरा के अलियाबाद औद्योगिक क्षेत्र में हुए इस बड़े हादसे में बिहार के विभिन्न जिलों के सात मजदूरों की मौत से कोहराम मच गया है। सभी की मौत बोरियों के नीचे दबकर सांस घुटने की वजह से हुई है।
जानकारी के अनुसार, प्रसंस्करण करने वाली मशीन में लगी चिमनियां मक्का भरे जाने के बाद काफी वजनी हो जाती हैं. इसी के आंशिक रूप से ढह जाने के कारण नीचे काम कर रहे श्रमिक दब गए। बताया जाता है कि गोदाम में एक बड़ी मशीन क्षतिग्रस्त हो गई। इससे 100 टन मक्के के ढेर के नीचे कई मजदूर दब गए।
इस घटना के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया लेकिन तब तक दबने की वजह से बिहार विभिन्न जिलों के रहने वाले सात श्रमिकों की मौत हो गई। सभी की मौत बोरियों के नीचे दबकर सांस घुटने की वजह से हुई है। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले की जानकारी दी है। मौके पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि मजदूरों को जल्द ही निकाल लिया जाएगा। इस काम में फायर ब्रिगेड की भी मदद ली जा रही है। पढ़िए पूरी खबर
पुलिस ने मंगलवार को बताया कि विजयपुरा के अलियाबाद औद्योगिक क्षेत्र में एक निजी फूड प्रोसेसिंग प्लांट के गोदाम में एक बड़ी प्रोसेसिंग मशीन के ढह जाने से लगभग 100 टन मकई के ढेर के नीचे कई मजदूर फंस गए। इस घटना में बिहार के सात मजदूरों की मौत हो गई। विजयपुरा सोनावणे के पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश भगवान ने बताया कि तीन लोग घायल हो गए लेकिन वे फंसे नहीं थे। फंसे हुए लोगों में से एक को बचा लिया गया, जबकि सात की मौत हो गई। वे सभी मजदूर हैं।
विजयपुरा के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने घटनास्थल का दौरा किया। तीन श्रमिकों को पहले ही बचाया जा चुका है और घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। बचाव कार्य जारी है. इस घटना में सात मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं. मृ़तकों में राजेश मुखिया (25 साल), रामरेज मुखिया (29 साल), शंभु मुखिया (26 साल), राम बालक (52 साल) और लुखो जाधव (45 साल) के नाम हैं।
कुछ और भी मजदूरों के शिव निकाले गए हैं जिनकी शिनाख्त की जा रही है. यह दर्दनाक घटना उस वक्त हुई जब प्रोसेसिंग प्लांट के अंदर मक्के से लदी बोरियों का ढेर 11 मजदूरों के ऊपर गिर गया। इस पूरे ऑपरेशन में एसडीआरएफ के साथ केंद्र की एनडीआरएफ टीम भी लगी।।
पहले एसडीआरएफ का बचाव दल काम कर रहा था, लेकिन घटना की गंभीरता को देखते हुए पुणे से एनडीआरएफ के 30 लोगों का एक दल विजयपुरा घटनास्थल पर पहुंचा। घटना में 11 मजदूरों के दबे होने की खबर थी जिसमें से तीन को सकुशल निकाला गया। सात लोगों के शव निकाले गए हैं।