सीतामढ़ी से बड़ी खबर है। यहां लेन-देन के विवाद में सुरसंड थाना क्षेत्र के मझौरा गांव निवासी शुभरंजन कुमार का अपहरण कर भाग रहे अपराधियों को भीड़ ने पकड़ लिया। हद और आश्चर्य यह कि अपहरणकर्ताओं में एक एसएसबी का सीनियर जवान भी शामिल है।
जानकारी के अनुसार, बताया कि शुभरंजन मनी ट्रांसफर का काम करता है। समस्तीपुर के ताजपुर इंदिरावा गांव निवासी विकास सहनी का सरायगंज में टाइल्स मार्बल की दुकान है। उससे शुभरंजन एक लाख रुपए की टाइल्स की खरीदारी की थी।
मगर बाद में शुभरंजन की ओर से पैसे समय पर नहीं देने से नाराज और रुपए देने में आनाकानी करने पर विकास ने एफआईआर भी दर्ज करा दी। इसके बाद पैसा नहीं मिलने पर विकास ने अपने पांच सहयोगियों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची।
इसके बाद विकास सहनी अपने रिश्तेदार एसएसबी के सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार सहनी, अंकेश कुमार, सोनेलाल कुमार, गौतम कुमार और सुबोध मिश्रा के साथ को बुलाया था।
सभी ने सुरसंड पहुंचकर शुभरंजन को फोन कर बुलाया। शुभरंजन ने अपने भतीजे रवि पंडित, व काम करने वाले कैलाश पंडित को भेजा. इसके बाद विकास ने जबरन उसे गाड़ी में बैठा लिया। आगे जाकर रवि को गाड़ी से उतार कैलाश को लेकर भागने लगा।
जानकारी के अनुसार, शुभरंजन का अपहरण कर लिया गया। युवक के हल्ला करने के बाद लोगों ने एसएसबी जवान सहित 6 आरोपियों को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया है। मामला सुरसंड थाना क्षेत्र के मझौरा गांव का है। पुलिस ने सभी आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है।