किशनगंज से बड़ी खबर है जहां अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के बाद किशनगंज जिले में मेंची नदी पर एक निर्माणाधीन पुल का पिलर धंस गया है।
बहादुरगंज से ठाकुरगंज के बीच एनएच-327 ई पर गौरी गांव के पास मेंची नदी पर बने छह स्पेन वाले पुल का एक स्पेन धंस गया है। नव निर्मित पुल का एक स्पेन धंसने की सूचना पर निर्माण कंपनी सहित एनएचएआई के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
पुल का निर्माण कटिहार और किशनगंज जिलों को जोड़ने वाले NH 327E पर गोरी गांव के पास मेची नदी पर किया गया था। इससे पहले चार जून को भागलपुर में निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल ढह गया था।
अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए हैं। पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एप्रोज पथ निर्माण किया जा रहा है। यह पुल अभी आम लोगों के लिए चालू नहीं किया गया है। लोगों का कहना है कि अभी आम लोगों के लिए यह पुल चालू भी नहीं किया गया, इससे पहले ही यह पुल धंस गया।
जानकारी के अनुसार,मेंची नदी पर एक निर्माणाधीन पुल 94 किमी लंबे गलगलिया से अररिया एनएच 327-E पर बन रहा। 1546 करोड़ की राशि से सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा।
किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड से बहादुरगंज प्रखंड के बीच गोरी चौक स्थित मेंची नदी पर इस निर्माणाधीन स्पेन के पुल का पाया बीच से धंस गया।
इस पुल का निर्माण गंगा नदी पर भागलपुर और खगड़िया जिलों को जोड़ने के लिए किया गया था। इसमें 1,770 करोड़ रुपये से अधिक की लागत शामिल थी। और, इसे 2019 तक पूरा किया जाना था।
पहली बरसात में ही पुल धंसने से इसका निर्माण कर रही कम्पनी जीआर इंफ्रा पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अभी इस सड़क पर दर्जनों पुल का निर्माण होना शेष है।
अररिया से गलगलिया के बीच 94 किलोमीटर फोरलेन सड़क का निर्माण जीआर इंफ्रा कंपनी की ओर से किया जा रहा है। इस फोरलेन सड़क का निर्माण 2132 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। पुल का स्पेन धंसने के बाद लोग निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर सवाल उठाने लगे हैं।
संरचना की आधारशिला फरवरी 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रखी गई थी। बिहार के भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के ढहने की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
याचिकाकर्ता मणिभूषण प्रताप सेंगर ने अपनी रिट याचिका में विभागीय जांच के बजाय स्वतंत्र जांच और पुल निर्माण से जुड़ी एसपी सिंगला कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।