दीपक कुमार। गायघाट, देशज टाइम्स। बिहार में शराबबंदी के बाद शराब पर पहरा कड़ा होने के बाद प्रतिबंधित कफ सिरप की मांग बढ़ गई। ऐसे में गोरखधंधा करने वाले अब कफ सिरप की तस्करी करने में जुट गए। इस बीच, पुलिस की सक्रियता से कफ सिरप की बड़ी-बड़ी खेप भी बरामद की जा रही हैं।
मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट में गुरूवार को ड्रंग इंस्पेक्टर के निर्देश पर एक बाईक से 369 प्रतिबंधित कफ सिरप की (Cough syrup recovered, liner absconding, smuggler of Supaul arrested) शीशियां बरामद की हैं।
एक तस्कर गिरफ्तार, एक फरार
थाना क्षेत्र के गायघाट में बरामद की गई सिरप के साथ एक तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान सुपौल जिले के चकला निर्मली गांव निवासी परमेश्वर पासवान के पुत्र सुमित कुमार के रूप में की गई है। वहीं बाइक चालक गांव के ही सोना सिंह भागने में सफल हो गया। वह इस धंधे का मुख्य लाइनर बताया हैं। पुलिस बाइक भी ज़ब्त कर ली है।
बढ़ रही कफ सिरप की तस्करी
गायघाट थानाध्यक्ष अजय कुमार भी मानते हैं कि कफ सिरप की तस्करी बढ़ी है. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि इनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक नशा करने वाले अब ज्यादा मात्रा वाले अल्कोहल युक्त कफ सिरप का इस्तेमाल नशे के लिए कर रहे हैं। 369 शीशियां कफ सिरप बरामद की गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस कार्रवाई कर रही हैं।
ज्यादा युवा आ रहे इसकी चपेट में
ड्रग इंस्पेक्टर श्रीधर नरायण एवं हेमंत कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित कफ सिरप के सेवन का युवाओं में प्रचलन बढ़ गया है. लोगों का कहना है कि शराबबंदी के बाद ज्यादातर युवा नशे के तौर पर कफ सिरप का ही सेवन करने लगे हैं, जिससे वह गंभीर रूप से बीमारी के चपेट में आ जाते हैं और मानसिक तनाव भी बढ़ जाता है।