वाराणस से इस वक्त की बड़ी खबर बिहार से जुड़ी हुई आ रही है जहां, उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन पर ईएसएम पद पर कार्यरत बिहार के नालंदा निवासी तैंतीस वर्षीय राजीव रंजन पटेल की पत्नी तीस साल कीअनुपमा पटेल और ढाई साल के बेटे हर्ष की लाश रेलवे कालोनी स्थित आवास से मिली है। रेलवे के आवास में तीनों की कमरे में लाश मिलने के बाद सनसनी फैल गई है।
तीनों की मौत कैसे हुई है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया। पुलिस की फील्ड यूनिट भी मामले की जांच में जुटी हुई है। छानबीन में पता चला कि रेलकर्मी के घर से कोई सामान गायब नहीं है। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। कमरे में अंगीठी भी जल रही थी। माना जा रहा है कि या तो परिवार ने जहर खाकर जान दी हो। या फिर, अंगीठी जलने की वजह से दम घुट गया हो। मृत रेलकर्मी के परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई। परिजन नालंदा से वाराणसी के लिए रवाना हो गये।
बताया जाता है कि ईएसएम राजीव रंजन पटेल काशी रेलवे स्टेशन पर सिग्नल विभाग में कार्यरत थे। जानकारी मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस और रेलवे के अफसर भी पहुंच गए। पुलिस अफसरों ने घटनास्थल पर छानबीन की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
तीनों स्टेशन के पास ही रेलवे कालोनी के क्वार्टर नंबर 29-डी में रहते थे। राजीव फरवरी 2021 में ट्रांसफर होकर वाराणसी आए थे। रविवार की सुबह सात बजे से राजीव पटेल की ड्यूटी थी। स्टेशन नहीं पहुंचने पर हेल्पर संतोष कुमार साहनी, साथी रेलकर्मी राजीव के आवास पर पहुंचे तो दरवाजा बंद देखकर काफी देर तक आवाज देकर खटखटाया। इसके बावजूद दरवाजा नहीं खुला।
इस पर रेलकर्मियों ने आरपीएफ को इसकी सूचना दी। आरपीएफ दरवाजा तोड़ कर अंदर दाखिल हुई। कमरे के अंदर राजीव, उनकी पत्नी और बच्चा मृत अवस्था में बेड पर पड़े मिले। आरपीएफ ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। आदमपुर पुलिस, फॉरेंसिक टीम भी पहुंची और छानबीन की। काशी जोन के एडीसीपी राजेश कुमार पांडेय ने भी देर तक छानबीन और पूछताछ की। बताया कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा।



