गांधी की नगरी गुजरात में नकली नोट गैंग का बड़ा खुलासा हुआ है जो कूरियर कंपनी के जरिए मनी ट्रांसफर करवा रहे थे। इसका खुलासा राजकोट पुलिस ने करते हुए नकली नोट चलाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश कर इनकी रिमांड के लिए आवेदन करेगी।
जानकारी के अनुसार, गुजरात की राजकोट पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सातों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड के लिए मांगेगी। जानकारी के मुताबिक गैंग ने अंगदिया पेढ़ी (पारंपरिक कूरियर सेवा) के माध्यम से बाजार में 35 लाख रुपए के नकली नोटों को उतारा था।
जांच अधिकारी ने मीडियाकर्मियों को बताया कि अंगड़िया पेढ़ी के एक कर्मचारी ने संदेह के आधार पर पुलिस को सूचना दी कि दो व्यक्ति ढाई लाख रुपए जमा करने आए हैं और इसे अन्य शहरों में स्थानांतरित करना चाहते हैं, लेकिन नोट नकली लग रहे हैं। सूचना के बाद एक पुलिस अधिकारी अंगदिया पेढ़ी कार्यालय पहुंचा और ढाई लाख रुपए मूल्य के नकली नोटों के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्राथमिक पूछताछ के दौरान, उन्होंने भरत बोरिचा और महाराष्ट्र के कमलेश पूनावाला को गैंग का सरगना बताया। पुलिस हरकत में आई और तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया और देर रात तक पुलिस ने कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, बोरिचा और पूनावाला ने पुलिस को बताया कि अब तक उन्होंने 10 से 15 अगंडिया पेढ़ी के जरिए 35 लाख रुपए के नकली नोट उड़ाए हैं। उन्होंने एक शहर में अंगदिया पेढ़ी के कार्यालय में नकली नोट जमा किए और दूसरे शहरों में उनके संपर्कों को असली नोटों की डिलीवरी मिल गई।
अधिकारी ने कहा, “इसी तरह नकली नोट बाजार में घूम रहे हैं। चूंकि ये कूरियर सेवाएं यूवी लाइट, नकली करेंसी नोट डिटेक्टर मशीनों का उपयोग नहीं करती हैं, इसलिए नकली नोटों को बदलना उनके लिए आसान था।