बिहार सरकार ने राज्य महिला आयोग का पुनर्गठन किया है। उजियारपुर की पूर्व सांसद सह जदयू जिलाध्यक्ष अश्वमेध देवी को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है। इससे संबंधित अधिसूचना सरकार की ओर से जारी की गई है। जानकारी के अनुसार, समाज कल्याण विभाग की उपसचिव कुमारी सीमा ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी की।
बिहार सरकार ने राज्य में महिला आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों का मनोनयन करते हुए उजियारपुर से जेडीयू की पूर्व सांसद अश्वमेध देवी को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है। इसको लेकर समाज कल्याण विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है। यह नियुक्ति अधिकतम तीन साल के लिए की गई है।
समस्तीपुर को दूसरी बार राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष पद मिला है। इससे पहले पूर्व विधायक मंजू प्रकाश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। जबकि सदस्य के रूप में नीलम सहनी एवं मंजू कुमारी पहले रही हैं। बता दें कि अश्वमेध देवी कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुकी हैं।
जानकारी के अनुसार, महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही निगम के अध्यक्ष और सदस्यों के पद खाली पड़े थे। जिसके बाद आयोग और निगम के अध्यक्ष मनोनीत किए गए हैं। इसमें जेडीयू और आरजेडी समेत सरकार में शामिल दलों के नेताओं को इसमें जगह दी गई है।
सरकार ने अध्यक्ष के साथ ही राज्य महिला आयोग के सात सदस्यों को भी मनोनीत किया है। पूर्व जेडीयू सांसद अश्वमेध देवी को राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है।
वहीं, प्रभावती मांझी, सुजाता सुम्ब्रई, रबिया खातून, सुनीता कुशवाहा, श्वेता विश्वास, सुलोचना देवी, गीता यादव को महिला आयोग का सदस्य बनाया गया है।
अश्वमेध देवी के राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष बनने के बाद अब जदयू को नया जिलाध्यक्ष खाेजना होगा। पिछले दो अवधि से अश्वमेध देवी जदयू की जिलाध्यक्ष हैं। ऐसे में पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं।