गोपालगंज में जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष और वर्तमान में जदयू (JDU) के प्रदेश सचिव संजय चौहान गिरफ्तार हो गए। जदयू (JDU) नेता संजय चौहान को शराब के नशे में धुत पाया गया था।
इसी के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मीरगंज पुलिस ने जब एकडंगा तिमुहानी के पास उन्हें यूपी से आने के दौरान नशे में पाया तो रोका, पूछताछ जैसे ही शुरू की उनकी हेकड़ी सामने आ गई कहा, हमारी है सरकार…।
जानकारी के अनुसार, संजय चौहान को यूपी बॉर्डर इलाका मीरगंज से पकड़ा गया। शराब की नशे में जब वो पकड़े गए तो उसने धमकाते हुए कहा कि सरकार हमारी है। सस्पेंड करवा देंगे।
दरअसल इन दिनों केके पाठक के आदेश पर पुलिस इन दिनों शराब मामले में धरपकड़ तेज कर रही है। शराब बिक्री और तस्करी के खिलाफ लगाकर अभियान चलाया जा रहा है। उत्पाद पुलिस की टीम जिले में विशेष छापेमारी अभियान चला रही है।
जानकारी के अनुसार,जदयू नेता यूपी और बिहार की सीमा से सटे एकडंगा त्रिमुहानी के पास शराब पीकर घूम रहे थे। इन्हें उत्पाद विभाग की एएलटीएफ टीम ने शराब के नशे में धुत पकड़ा। उस वक्त इन्होंने पहले पार्टी का धौंस दिखाई और खुद को जदयू का बड़ा नेता साबित करने की कोशिश की।
लेकिन जब एएलटीएफ की टीम ने इन्हें मीरगंज थाना को सौंप दिया, तब इन्हें गिरफ्तार कर मीरगंज थाना में लाया गया। यहां पर पुलिस ने इनकी मेडिकल जांच कराई। फिर नेता जी को हाथ में हथकड़ी के साथ गोपालगंज कोर्ट में पेश किया गया।
जानकारी के मुताबिक संजय चौहान को गोपालगंज में मीरगंज थाना की पुलिस ने उस दौरान पकड़ा जब वह यूपी से शराब पीकर अपने घर लौट रहे थे। मीरगंज में एंटी लिकर टास्क फोर्स की टीम के हत्थे चढ़ गए।
जब वो शराब की नशे की हालत में पकड़े गए तो सत्ता का नशा भी हावी हो गया। धमकाते हुए कहा कि सबको सस्पेंड करवा दूंगा। पकड़ में आने के बाद उसने भागने की भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा।
गिरफ्तारी के बाद संजय चौहान का मोडिकल कराया गया। इसमें नशा की पुष्टि होने के बाद उन्हें हथकड़ी लगाकर कोर्ट में पेश किया गया। गिरफ्तार जेडीयू के प्रदेश सचिव संजय चौहान गोपालगंज जिला में पार्टी के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
संजय चौहान की गिरफ्तारी के बाद जिले की जेडीयू नेताओं के बीच हड़कंप मच गया। वहीं, विपक्षी नेताओं ने इस गिरफ्तारी के बाद सरकार की शराबबंदी पर तंज कसा है।
विपक्ष इसे सरकार का फेल्योर बता रहा है। भाजपा नेता, जो पहले से ही बिहार में शराबबंदी को ढ़कोसला बताते रहे हैं, उन्हें नया मौका मिल गया है।
दरअसल, मीरगंज का एकडंगा तिमुहानी यूपी और बिहार का सीमावर्ती इलाका है। जिसकी वजह से अक्सर लोग यूपी में शराब पीकर बिहार की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं। जदयू प्रदेश महासचिव संजय चौहान भी शराब के नशे में धुत होकर वापस मीरगंज लौट रहे थे। तभी ये पुलिस के हत्थे चढ़ गए।