बिहार में शिक्षकों का वेतन कटना शुरू हो गया है। एक जुलाई को तीस जिलों के 7270 स्कूलों के औचक निरीक्षण में गायब मिले 588 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है।
तीस जिलों के 7270 स्कूलों के औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाये गये 588 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है। वेतन एक जुलाई का काटा जायेगा।
इसके अलावा एक जुलाई को ही बिना सूचना नदारद रहे 10 गैर शैक्षणिक स्टाफ पर कार्रवाई की बात की जा रही है। प्रखंड स्तर पर एक अफसर भी बिना सूचना के नदारद मिले। इस तरह निरीक्षण के दौरान कुल 599 शिक्षक और गैर शिक्षकेतर कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे।
इधर, जमुई जिलें में संचालित सरकारी विद्यालयों में व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे जांच अभियान का प्रभाव विद्यालय के संचालन के साथ साथ छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति पर दिखने लगा है। सभी सरकारी विद्यालयों के मौलिक सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षकों, छात्रों की उपस्थिति की जमीनी पड़ताल की जा रही है।
एक और तीन जुलाई को चले अभियान में 35 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सभी की सैलरी काटने का आदेश दिया है। डीएम अवनीश कुमार सिंह द्वारा शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों के 250 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मियों का विशेष टीम का गठन करते हुए रोस्टर के अनुसार प्रत्येक दिन विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है।
जिला शिक्षा कार्यालय के रिपोर्ट के अनुसार निरीक्षण के पहले दिन यानी एक जुलाई और दूसरे दिन तीन जुलाई को सभी प्रखंडों में 35 से अधिक स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ डीईओ कपिल देव तिवारी ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए निरीक्षण की डेट के वेतन की कटौती का निर्देश दिया है।