जहानाबाद के हुलासगंज थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक बेकाबू ट्रक ने दो छात्रों को रौंद दिया। दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ ने तत्काल पटना गया रोड को जमा कर दिया।
भीषण जाम के कारण चार घंटे तक हंगामा होता रहा। बताया जा रहा है कि दोनों छात्र कोकरसा गांव निवासी अंकित कुमार (13) और रोशन कुमार (14) ट्यूशन पढ़कर एक ही साइकिल से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान पटना-गया एसएच-4 पर बालू लदे ट्रक ने दोनों को कुचल दिया।
हादसा जहानाबाद हुलासगंज बाजार के पास हुआ है जहां ट्रक ने साइकिल सवार दोनों छात्रों को रौंद दिया। दोनों जैसे ही वना मोड़ के पास पहुंचे तभी ट्रक ने पीछे से दोनों को रौंद डाला। इसके बाद स्थानीय लोग बेकाबू हो गए।
गया-पटना सड़क को चार घंटे तक जाम कर दिया। कई वाहन के शीशे भी तोड़ दिए गए। हादसे के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया।
घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ छात्रों का क्षत-विक्षत शव देख बेकाबू हो गई। छात्रों की पहचान अनिकेत कुमार (पिता- दशरथ राउत) और रोशन कुमार (पिता-पिंटू) के रूप में की गई। दोनों नौवीं क्लास के छात्र थे। हादसे के बाद एसएच-4 पर लोगों की भारी संख्या में भीड़ जुट गई।
उग्र लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया। दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को क्षतिग्रस्त कर दिया। आग लगाने की भी कोशिश की। कई बाइक सवारों के साथ मारपीट की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को भीड़ ने शव उठाने से रोक दिया। बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों चोटिल हो गए।
सूचना पर जहानाबाद से एसडीओ मनोज कुमार व एसडीपीओ राजीव रंजन सिंह पहुंचे, जिसके बाद बल प्रयोग कर शवों को घटनास्थल से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हालांकि, उपद्रवी भीड़ के सामने पुलिस भी बेबस नजर आई। लोगों का गुस्सा सड़क पर अतिक्रमण को लेकर ज्यादा था।
वहीं, सड़क जाम की सूचना पर वरीय अधिकारी पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मुआवजा और चालक को सजा दिलाने की मांग कर रहे थे।
पदाधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझाकर लोगों को शांत कराया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा दिया।
स्थानीय लोगों का कहना था कि परांगकुश नगर मोड़ पर अतिक्रमण के चलते यह दुर्घटना हुई है। घटना के बाद सीओ के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया है। पटना-गया मुख्य मार्ग पर बवाल के चलते चार घंटे तक परिचालन बाधित रहा।
सुबह सात बजे से जाम की वजह से सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। जाम में फंसे लोग चिलचिलाती धूप में परेशान रहे। जाम हटने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। फिलहाल, हंगामा भी शांत है।