दीपक कुमार, देशज टाइम्स। कहते हैं दुनिया बहुत बड़ी है, लेकिन उनके लिए क्या जिनके जीवन में दुःख का पहाड़ टूट गया हो… कहानी एक बुजुर्ग दंपती की है। नाम है विष्णु महतो और पत्नी का नाम जीवछ देवी।
दोनों अपने जीवन में उम्र के आखिरी पड़ाव पर है। गायघाट प्रखंड अंतर्गत हनुमान नगर के रहने वाले ये बुजुर्ग दंपत्ति जिनके 3 बेटे है लेकिन वो इन्हें घर से निकाल रखा है। इसके बाद तकरीबन 3 वर्षो से ये दम्पत्ति बांस में जाकर, त्रिपाल आदि डालकर अपना गुजर बसर कर रहे है।
इनके पुत्र इन्हें खाने तक के लिए नही देता है जिसके ये दो वक्त के रोटी के लिए तरसते है। कोई आस पड़ोस का कुछ लाकर देता है तो खाते है नही तो बस इंतजार में रहते है…
सरकार की ओर से मिलने वाला राशन भी उन्हें डीलर के बहानेबाजी के चलते 4 महीनों से नही मिल रहा है, वही वृद्धावस्था पेंशन भी 4-5 महीना पर मिलता है। जानकारी के अनुसार जिसके बाद एक संस्था ने बुजुर्ग दंपती को रोजमर्रा में इस्तेमाल की जाने वस्तु, गर्म कपड़े, राशन आदि उपलब्ध कराई गई। वहीं स्थानीय लोग भीआथिर्क सहयोग कर रहे हैं।