- बवाल की कहानी : लक्जरी कारों का धौंस और पुलिस की कार्रवाई
बलिया में एक अजीबोगरीब घटना ने सभी को हैरान कर दिया, जब बीएमडब्ल्यू और अन्य लग्जरी वाहनों में सवार युवकों ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर हंगामा खड़ा कर दिया। यह घटना सोमवार देर शाम की है, जब इन युवकों ने पुलिस अधिकारियों के साथ झगड़ा किया, जिससे इलाके में भारी तनाव फैल गया।
हंगामा करने वाले क्या सोच रहे थे?
जिले में धारा 144 लागू है, जो सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ इकट्ठा करने पर रोक लगाती है। इसके बावजूद, वाराणसी से आए आदित्य राजभर और रवि राजभर ने अपने अनुयायियों के साथ एसपी कार्यालय का रुख किया। इनकी उपस्थिति ने पुलिसकर्मियों के बीच खौफ का माहौल बना दिया, और हंगामा बढ़ गया।
पुलिस की तीखी प्रतिक्रिया, सरकारी कार्य में बाधा डालना नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
जब हंगामे की सूचना मिली, तो एसपी विक्रांत वीर ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और 44 लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे व्यवहार को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या यह एक Pre-planned योजना थी?
जांच में यह बात सामने आई है कि ये युवक सुनियोजित तरीके से वाराणसी से गाजीपुर होते हुए बलिया पहुंचे थे। आदित्य और रवि के नेतृत्व में एक संगठित समूह ने बाउंसर और प्राइवेट गनर भी हायर किए थे, जो उनकी धमक को और बढ़ा रहा था।
SP विक्रांत वीर ने बताया
थाना कोतवाली में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। 44 नामजद गिरफ्तारियों के साथ ही 60 अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रकरण की गहराई से जांच की जा रही है और सभी आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
कानून के आगे किसी की नहीं चलेगी
यह घटना बलिया में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह कितनी भी ताकतवर या संपन्न क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है।