कटिहार से एक बड़ी खबर है जहां जहां नौकरी की तलाश में चंडीगढ़ गए एक युवक हसनगंज के पोखरिया गांव में रहने वाले वरुण की हादसे में मौत हो गई। मगर हद यह, घर पर उसकी अर्थी उस दिन उठी, जिस दिन वरूण की बहन की शादी हुई। भाई की मरने से शादी की खुशियां मौत के मातम में बदल गईं, जिस घर से बहन की डोली उठने वाली थी उसी घर से भाई की अर्थी उठानी पड़ी।
मामला, हसनगंज प्रखंड का है जहां हसनगंज के पोखरिया गांव में रहने वाले वरुण नौकरी की तलाश में चंडीगढ़ गया था जहां एक अनियंत्रित ट्रक वरुण से टकरा गया और उसकी मौत हो गई।
इस हादसे में वरुण के साथ एक और शख्स बुरी तरह से घायल हो गया। दुर्घटना में घायल दूसरा शख्स पूर्णिया जिले का है जो जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। वरुण की अर्थी उसके घर उसी दिन पहुंचती है जिस दिन उसकी चचेरी बहन की शादी होती है। शादी के कार्यक्रम को बीच में रोककर परिवार और गांव वालों ने वरुण की अर्थी को कंधा दिया। अर्थी घर से निकलने के बाद शादी की बाकी रस्में पूरी की गई और दूल्हा-दुल्हन को विदा किया गया।