भारत में बढ़ रहा Electric Scooter का जलवा: विदेश में भी मांग में भारी उछाल
Electric Scooter: भारतीय कंपनियों का वैश्विक दबदबा
भारत का इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है और देश में निर्मित इलेक्ट्रिक स्कूटर इस क्रांति में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। एक समय था जब हम विदेशी तकनीक पर निर्भर थे, लेकिन अब भारतीय इंजीनियरिंग और डिजाइन ने अपनी अलग पहचान बनाई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन मेड-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक स्कूटरों का प्रदर्शन इतना शानदार है कि इनकी बैटरी रेंज और विश्वसनीयता को लेकर विदेशों में भी काफी प्रशंसा मिल रही है, जिसके परिणामस्वरूप निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। यह भारतीय निर्माताओं के लिए एक गर्व का क्षण है, जो वैश्विक मंच पर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। लेटेस्ट कार और बाइक अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें
बढ़ती मांग के पीछे के कारण और प्रमुख विशेषताएँ
भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटरों की कीमत अब काफी प्रतिस्पर्धी हो गई है, जिससे इन्हें खरीदना अधिक सुलभ हो गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ₹80,000 से लेकर ₹1,00,000 (एक्स-शोरूम) तक की कीमत सीमा में कई बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं, जो आम खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं। विभिन्न शहरों में ऑन-रोड कीमत में सब्सिडी और पंजीकरण शुल्क के कारण थोड़ा अंतर आ सकता है।
प्रमुख विशेषताएँ:
- आधुनिक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर
- एलईडी हेडलाइट और टेललाइट
- स्मार्टफोन कनेक्टिविटी और नेविगेशन
- तीन राइडिंग मोड (इको, नॉर्मल, स्पोर्ट)
- रिवर्स असिस्ट फंक्शन
- यूएसबी चार्जिंग पोर्ट
इंजन और परफॉरमेंस:
- मोटर: 2.5 kW से 3 kW हब-माउंटेड इलेक्ट्रिक मोटर
- टॉप स्पीड: 60-75 किलोमीटर प्रति घंटा
- चार्जिंग टाइम: 0 से 80% लगभग 4-5 घंटे में
- बैटरी: लिथियम-आयन, 2.5 kWh से 3 kWh क्षमता
- बैटरी रेंज: एक बार फुल चार्ज करने पर 80-100 किलोमीटर की शानदार रेंज प्रदान करते हैं। यह दैनिक आवागमन के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
- टॉर्क: 80-100 Nm (अनुमानित)
सुरक्षा विशेषताएँ:
- कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS)
- फ्रंट और रियर डिस्क ब्रेक
- मजबूत चेसिस डिज़ाइन
- एंटी-थेफ्ट अलार्म सिस्टम
- साइड स्टैंड कट-ऑफ सेंसर
बाजार में इन इलेक्ट्रिक स्कूटरों का मुकाबला ओला एस1 एक्स (Ola S1 X), टीवीएस आईक्यूब (TVS iQube) और एथर 450एस (Ather 450S) जैसे प्रमुख मॉडलों से है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। भारतीय निर्माता अब न केवल गुणवत्ता और प्रदर्शन में सुधार कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक मानकों को भी पूरा कर रहे हैं। यह भारत को इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का एक प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। देश में इलेक्ट्रिक स्कूटरों का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है, और उम्मीद है कि आने वाले समय में इनकी मांग और बढ़ेगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।






