Two-wheeler Sales: भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में दो-पहिया वाहनों का दबदबा एक बार फिर साबित हो गया है, क्योंकि 2025 का साल Two-wheeler Sales के लिए ऐतिहासिक रहा है। यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि ग्राहकों के बढ़ते भरोसे और ऑटो सेक्टर में नई ऊर्जा का संकेत है।
Two-wheeler Sales: 2025 में दो-पहिया वाहनों की बिक्री ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, जानें क्यों
Two-wheeler Sales: बिक्री के आंकड़े और जीएसटी का असर
2025 का साल भारतीय ऑटो उद्योग के लिए सचमुच शानदार रहा है। जीएसटी सुधारों ने न केवल कारों की, बल्कि दो-पहिया वाहनों की बिक्री को भी नई ऊंचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसका सीधा परिणाम यह रहा कि इस साल कुल दो-पहिया वाहनों की बिक्री 20 मिलियन (यानी 2 करोड़ से अधिक) का आंकड़ा पार कर गई, जो अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। यह बढ़ती संख्या भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और शहरी तथा ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में आवागमन के लिए दो-पहिया वाहनों की अनिवार्यता को दर्शाती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
जीएसटी के लागू होने से वाहनों की कीमतों में एकरूपता आई, जिससे खरीददारों के लिए प्रक्रिया सरल हुई और डीलरशिप्स के लिए भी व्यापार करना आसान हो गया। इसके अलावा, बेहतर फाइनेंसिंग विकल्प और नए मॉडल्स की लगातार लॉन्चिंग ने भी बाजार में उत्साह बनाए रखा।
भारतीय बाजार में दो-पहिया सेगमेंट का भविष्य
आने वाले समय में भी दो-पहिया सेगमेंट से मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है। इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहनों की बढ़ती मांग, सरकारी सब्सिडी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार इस क्षेत्र को और गति प्रदान करेंगे। इसके साथ ही, ईंधन की बढ़ती कीमतों के बीच भी कम रखरखाव और किफायती विकल्प के रूप में दो-पहिया वाहन हमेशा भारतीय ग्राहकों की पहली पसंद बने रहेंगे। ग्रामीण इलाकों में कृषि क्षेत्र में हो रही प्रगति और शहरी क्षेत्रों में लास्ट-माइल कनेक्टिविटी की बढ़ती जरूरतें भी इस सेगमेंट के लिए शुभ संकेत हैं। लेटेस्ट कार और बाइक अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।






