

नकली दवा माफिया’? जीवेश कुमार पर लगे आरोपों पर BJP का पलटवार – पप्पू यादव, रोहिणी आचार्य को भेजा नोटिस। BJP का बड़ा एक्शन! पप्पू यादव-रोहिणी को कानूनी नोटिस, जीवेश कुमार को बताया ‘निर्दोष’।@देशज टाइम्स, दरभंगा।
Bihar Politics: BJP बोली – जीवेश कुमार को बदनाम करने की साज़िश
बिहार में ‘फेक दवा’ की राजनीति! BJP ने कहा – झूठे आरोप, नेताओं को 15 दिन का अल्टीमेटम। पप्पू यादव, रोहिणी आचार्य, राजेश राम को नोटिस! BJP बोली – जीवेश कुमार को बदनाम करने की साज़िश। BJP ने खोला मोर्चा! नकली दवा मामले में कांग्रेस-RJD के नेताओं पर लीगल वार@देशज टाइम्स, दरभंगा।
Bihar Politics: जीवेश कुमार पर आरोपों को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई, BJP ने भेजा मानहानि नोटिस
दरभंगा, देशज टाइम्स| बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार पर नकली दवा वितरण मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक ओर जहां विपक्ष ने इस्तीफे और जांच की मांग की है, वहीं भाजपा ने इन आरोपों को “राजनीतिक साजिश” बताया है और पप्पू यादव, रोहिणी आचार्य, राजेश राम, ऋषि मिश्रा, मस्कूर उस्मानी व अन्य कई नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा है।
2010 के पुराने मामले ने मचाया सियासी भूचाल
वर्ष 2010 में राजस्थान के राजसमंद में दर्ज एक केस में सिप्रोलिन-500 टैबलेट की गुणवत्ता पर सवाल उठे थे। 2025 में कोर्ट के फैसले में 9 आरोपी दोषी करार दिए गए, जिनमें जीवेश कुमार का नाम भी शामिल था। लेकिन अदालत ने सभी को परिवीक्षा अधिनियम के तहत राहत दी, यानी जेल की सजा नहीं सुनाई गई।
भाजपा ने कहा – दवा नकली नहीं, सिर्फ ‘अमानक’ थी
भाजपा प्रवक्ता दानिश इकबाल ने कहा कि “विपक्ष ‘अमानक’ और ‘नकली’ के बीच भ्रम फैला रहा है। वरिष्ठ भाजपा नेता नरेश दीक्षित ने स्पष्ट किया कि “जीवेश कुमार का किसी दवा निर्माण कंपनी से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं था। उन्होंने बताया कि ‘अल्टो हेल्थ’ कंपनी सिर्फ वितरक थी, न कि निर्माता।
विपक्ष हमलावर – इस्तीफे की मांग
राजद सांसद पप्पू यादव ने मिश्रा को “नकली दवा माफिया” बताया और मुख्यमंत्री से बर्खास्तगी की मांग की। रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर कहा – “नकली दवा बेचने वाला मंत्री बना बैठा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने जांच की मांग उठाई।
BJP की चेतावनी – 15 दिन में माफी वरना केस
BJP लीगल सेल ने सभी विपक्षी नेताओं को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। लीगल सेल समन्वयक आर. दीक्षित ने कहा कि “छवि खराब करने की साजिश के तहत जानबूझकर गलत बयानी की गई। यदि माफी नहीं मांगी गई तो मानहानि का केस दर्ज किया जाएगा।








