ADG मुख्यालय जेएस गंगवार ने सीवान जहरीली शराब का खुलासा करते हुए कहा है कि सैनेटाइजर के नाम पर कोलकाता से लायी गई स्प्रिट पीने से छह लोगों की मौत हुई है। इसमें अबतक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मास्टरमाइंड की तलाश है।
बिहार एडीजी मुख्यालय ने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपित की पहचान कर ली गई है। अब इसकी गिरफ्तारी और इस मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है। इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, लकड़ी नवीगंज थाना इलाके की भोपतपुर पंचायत के बाला गांव में रविवार रात से लेकर अबतक जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। जिन्हें सिवान के सदर अस्पताल व पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
मृतकों की पहचान नरेश बिन, जनक बिन, राजेश रावत और नारायण शाह (सभी गोपालगंज), सुरेद्र रावत और धुरेंद्र मांझी के रूप में हुई है। गंभीर रूप से बीमार लोगों में शंकर मांझी, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी, दुर्लभ रावत और मुन्ना मांझी शामिल हैं। दो लोगों की मौत गांव में ही हो गई थी, जबकि बाकी चार लोगों की मौत सदर अस्पताल से पटना ले जाने के क्रम में रास्ते में हुई है।
सोमवार को एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने बताया कि सिवान में सैनेटाईजर के नाम पर कोलकाता से स्प्रिट मंगाया गया था। इन लोगों ने इसी का सेवन किया था। गंगवार ने बताया कि गंभीरता को देखते हुए इस कांड को अपराध अनुसंधान विभाग (मधनिषेध प्रभाग) की ओर से संज्ञान लिया गया है।
डीआईजी (सीआईडी), एफएसएल टीम के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। सारण क्षेत्र के डीआईजी घटनास्थल पर कैम्प कर रहे हैं। इस मामले में अबतक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इलाजरत आठ लोगों में से तीन को पीएमसीएच रेफर किया गया था, इनमें से एक और व्यक्ति की मौत हो गई है। इस प्रकार अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक मरने वालों की संख्या छह बतायी जा रही है।