Bihar News| बिहार के 162 Affiliated Colleges को अब जल्द ही नए Principals मिल जाएंगें। इसके लिए नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। साथ ही, यह भी तय है, इन योग्यताधारियों को ही प्राचार्य पद के Appointment में मौका दिया जाएगा। जहां, बिहार के 162 अंगीभूत कॉलेजों में जल्द ही नए प्राचार्यों की नियुक्ति होने वाली है।
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Bihar News| राजभवन से 162 प्राचार्यों की नियुक्ति का रास्ता साफ
जानकारी के अनुसार, राजभवन से 162 प्राचार्यों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। इनकी नियुक्ति के लिए योग्यता और परीक्षा पैटर्न तय कर दिए गए हैं। नए नियम-परिनियम पर राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की मुहर लग चुकी है। साथ ही, प्रधानाचार्यों की नियुक्ति संबंधित कानून भी बदले गए हैं जिसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इसके तहत, अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य के पदों पर नियुक्ति में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइडलाइन का अनुपालन अनिवार्य है।
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Bihar News| नए प्रविधान में प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति के बाद पांच वर्षों का कार्यकाल होगा
राजभवन सचिवालय के मुताबिक, नए प्रविधान में प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति के बाद पांच वर्षों का कार्यकाल होगा। बेहतर प्रदर्शन पर पांच वर्षों का एक कार्यकाल और मिलेगा। इसे सेवा विस्तार भी कह सकते हैं। नियुक्ति में राज्य सरकार का आरक्षण का प्रावधान लागू होगा। नियुक्ति के लिए अंकों की तालिका भी तय हुई है। साक्षात्कार पर बीस अंक रखे गये हैं। प्रधानाचार्य पद के लिए विज्ञापन के दिन अभ्यर्थी की अधिकतम उम्र सीमा साठ वर्ष निर्धारित की गयी है। इसके साथ ही और भी कई प्रावधान किए गए हैं।
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Bihar News| उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 60 वर्ष निर्धारित
यूजीसी की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थानों से कम से कम 10 शोधपत्र प्रकाशित होना जरूरी है।लॉ कॉलेजों के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया की गाइडलाइन लागू होगी।उम्मीदवारों की अधिकतम आयु सीमा 60 वर्ष निर्धारित की गई है। चयनित प्राचार्यों का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा।अच्छा प्रदर्शन करने पर अगले 5 साल के लिए सेवा विस्तार मिल सकता है।
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Bihar News| प्रशासनिक अनुभव को भी ध्यान में रखा जाएगा
चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 100 अंकों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में शिक्षण और शोध कार्य का प्रदर्शन सबसे अहम होगा। इसके लिए 60 अंक निर्धारित किए गए हैं। प्रशासनिक अनुभव को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसके लिए 20 अंक आवंटित किए गए हैं।
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Bihar News| कम से कम 15 साल का अनुभव होना चाहिए
साक्षात्कार में अभ्यर्थी के व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता का आंकलन होगा। इसके लिए भी 20 अंक रखे गए हैं। पीएचडी की डिग्री प्राचार्य बनने के लिए अनिवार्य है। साथ ही, प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कम से कम 15 साल का अनुभव होना चाहिए।
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