पटना से एक बड़ी खबर आ रही है। यहां साइबर क्रिमिनल ने स्थानीय एक महिला के खाते से पचीस लाख उड़ा लिए हैं। हद यह साइबर अपराधियों ने इसके लिए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नाम का सहारा लिया। इतना ही नहीं पूरे परिवार के त्रिकोण में बैठा यह अपराधी खुद को दाउद बताते हुए पूरे परिवार को बर्बाद करने पर भी तूला है। मामला, कंकडबाग के न्यू चित्रगुप्त नगर का है जहां एक पचास वर्षीय महिला इस शातिर के चंगुल में फंसकर अपना सबकुछ बर्बाद कर चुकी है। अब पति और बच्चों की जान पर भी बन आई है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, इतना ही नहीं अपराधियों ने महिला के खाते से इस बीच तीन करोड़ों के लेन-देन भी कर लिए हैं, यह सारे लेन देन आरटीजीएस और एनईएफटी के जरिए किया गया है। फिलहाल, बुजुर्ग महिला अपने पति के साथ थाने पहुंची है जहां महिला के बयान पर पत्रकार नगर थाने में जालसाजी सहित अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस को दिए बयान में महिला ने कहा है कि अपराधियों ने दाउद इब्राहिम के नाम से डराकर उसके खाते से करीब पचीस लाख रुपए उड़ा लिए। गिरोह ने इसके साथ ही उसके खाते से तीन करोड़ का ट्रांजेक्शन भी कर लिया है।
दर्ज हुई FIR के मुताबिक यह खुलासा हुआ है कि साइबर अपराधियों ने पिछले करीब पांच सालों से परिवार को टारगेट किए हुए था। महिला को हर बार बच्चों और पति को जान से मारने की धमकी देता था। महिला ने पुलिस को यह बताया कि उनके बच्चे मुंबई और दिल्ली में रहते हैं। उनके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करने वाले लोग महिला को यह भी बता देते थे कि किस समय उनके बच्चों ने क्या लिबास पहन रखा है। और वह कहां हैं। इसपर जब महिला पूछी तो वह सब बाते सच निकलती थी।
पत्रकारनगर थाना के थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि शातिरों ने महिला को धमका कर उसका दो खाता आईसीआईसीआई बैंक में खुलवाए था। महिला ने एफआईआर में बताया है कि शातिरों ने बताया था कि उनकी पहचान आयकर विभाग के अधिकारियों से भी है। वो जब चाहे महिला को घर में छापेमारी करवा सकते है और पति को जेल भी भिजवा सकते है। आरोपीयों ने महिला के बैंक खातों से संबंधित पासवर्ड भी ले लिया था। इसके अलावा रुपये के ट्रांजेक्शन से पहले उनसे ओटीपी भी पूछते थे।
वैसे, अब कई सवाल भी उठ रहे। आखिर इतने सालों में अपराधी महिला को टारगेट कैसे बनाए रखा। महिला को आरोपियों ने ट्रैक कैसे किया। उनकी जान-पहचान आरोपियों से कैसे हुई। मामला ठगी का है या महिला किसी और गैंग की शिकार भी हुई है। इन सभी विषयों पर जांच चल रही है। इस दौरान अपराधियों ने उससे कई और बैंकों में खाता कैसे खुलवा लिया।
आखिर,जब अकाउंट्स से ज्यादा रुपए का लेन-देन होने पर आयकर विभाग का ईमेल और मोबाइल के जरिए नोटिस आया तब जाकर महिला ने अपने पति को इसकी जानकारी क्यों दी। मैसेज में तीन करोड़ का ट्रांजेक्शन होने की बात का जिक्र था। इसके बाद महिला के पति को सारी बातों की जानकारी हुई। इस सबसे पुलिस भी अन्य बिंदुओं पर जांच की लकीर खींच चुकी है।