मुजफ्फरपुर में आग का कहर मौत बनकर टूटा है। यहां चार बहनों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। इन बहनों को भागने का भी मौका नहीं मिला।
हादसा, जिले के सदर थाना क्षेत्र के रामदयालु का है जहां, बीती रात करीब 1:30 बजे झुग्गीनुमा घर में लगी आग में चार बहनों की जलकर मौत हो गई। चारों गहरी नींद (5 including 4 real sisters burnt to death, major incident in Muzaffarpur) में थी। वहीं, एक की मौत इलाज के दौरान हो गई।
आग लगने से घर में सो रहीं चार बहनें जिंदा जल गई। और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वहीं छह लोग इस अग्निकांड में जख्मी हुए है। आग लगने की वजह का अभी तक खुलासा नहीं हो सका।
वहीं, एक अन्य बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। आग में जलकर मरने वालों की संख्या पांच हो चुकी है। आधा दर्जन से अधिक लोग झुलस गए हैं। घटना सदर थाना क्षेत्र के रामदयालु की है। जानकारी के अनुसार, सभी मृतक अनुसूचित जाति की हैं।
देर रात किसी एक घर में आग लग गई और सोते हुए लोगों को इसकी जानकारी नहीं हुई। देखते ही देखते कुछ ही देर में आग ने रौद्र रूप ले लिया और सुप्तावस्था में 4 नाबालिग बहनों की मौत हो गई। चारों एक ही कमरे में सो रही थी। वहीं, आसपास के कमरों में सो रहे आधा दर्जन से अधिक लोग झुलस गए हैं।
अगलगी में मरनेवालों में नरेश राम की चार बेटियां सोनी (12 वर्ष), शिवानी (आठ वर्ष), अमृता (पांच वर्ष) और रीता (तीन वर्ष) शामिल हैं।
नरेश राम दूसरे प्रदेश में रहकर मजदूरी करते हैं। घर में उनकी पत्नी, पांच बेटियां और एक छोटा बेटा था। घटना के वक्त महिला अपने दुधमुंहे बेटे के साथ घर के बाहर सो रही थी। पढ़िए पूरी खबर
स्थानीय पुलिस के मुताबिक आग तीन घरों तक फैल गई। इस दौरान नरेश राम की चार बेटियां 12 वर्षीय सोनी, आठ वर्षीय शिवानी ,पांच वर्षीय अमृता और तीन वर्षीय रीता की जलकर मौत हो गई।
इसके अलावा राजेश राम और मुकेश राम के घर पर सो रहे करीब आधा दर्जन लोग झुलस गए। उनका इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा है। फिलहाल आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।
सदर थाना अध्यक्ष सतेंद्र मिश्रा ने आग लगने और चार बच्चियों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है चार-पांच लोग झुलस भी गए हैं। उनका इलाज चल रहा है।