नालंदा में हिलसा रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया।दरअसल अचानक दो ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आमने-सामने आ गईं, लेकिन ट्रेन ड्राइवर की समझ से दोनों ट्रेनें टकराने से बच गईं। वरना सैकड़ों यात्रियों की जानें जा सकती थीं।
लोको पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। इस घटना में स्टेशन मास्टर की लापरवाही की बात सामने आ रही है। यहां एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें आमने-सामने आ गईं लेकिन ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ दिखाई और तुरंत ट्रेन को ब्रेक लगा दिया, जिससे अनहोनी टल गई। घटना के पीछे स्टेशन मास्टर की लापरवाही सामने आ रही है।
जानकारी के मुताबिक मगध एक्सप्रेस नई दिल्ली से चलकर पटना होते हुए इस्लामपुर को जाने के लिए हिलसा रेलवे स्टेशन के रेलवे लाइन पर खड़ी थी। इस दौरान इस्लामपुर की ओर से मालगाड़ी दहियावां की ओर जाने के लिए हिलसा स्टेशन पहुंच गई।
हालांकि ट्रेन के पायलट की सूझबूझ के कारण मालगाड़ी ट्रेन धीमी कर ली गई, जिससे मगध एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच टक्कर होने से बच गई। एक ही ट्रैक पर ट्रेन के आने की जानकारी जैस ही स्थानीय लोगों को मिली, उनका हुजूम रेलवे ट्रैक पर उमड़ पड़ा। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, दुर्गापूजा, दीवाली और छठ पूजा के अवसर पर भारी संख्या में परदेशी घर परिवार के साथ त्यौहार मनाने लौटते हैं। इसको लेकर ट्रेनों में खचाखच भीड़ होती है। यात्रियों ने बताया कि बड़ा हादसा होने से टल गया है, लेकिन यह हिलसा रेलवे स्टेशन की लापरवाही के कारण हुआ है।
अगर यह टक्कर होती तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी। यात्रियों ने बताया कि बड़ा हादसा होने से यह टल गया है, लेकिन यह हिलसा रेलवे स्टेशन मास्टर की लापरवाही के कारण हुआ है। वहीं, हिलसा स्टेशन पर मौजूद रेलकर्मी कैमरे पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
बताया गया है कि शनिवार को मगध एक्सप्रेस इस्लामपुर जाने के लिए हिलसा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर खड़ी थी। इस बीच इस्लामपुर की ओर से एक मालगाड़ी हिलसा स्टेशन पर पहुंच गई। एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आने के बाद दोनों गाड़ियों के पायलट ने समझदारी से काम लिया।
मालगाड़ी के पायलट ने रफ्तार कम कर दी, जिससे दोनों ट्रेनों की टक्कर होने से बच गई। रेल यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि समय रहते ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ का परिचय नहीं दिया होता तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पटना रेलखंड पर बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे की शिकार हो गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे।