गोपालगंज के डीएम की हत्या मामले में सजा काट रहे आनंद मोहन जेल से आज बाहर आने वाले हैं. शिवहर के पूर्व सांसद आनंद मोहन लंबे समय से सलाखों के पीछे हैं। आज संभवतः 2:00 से 3:00 बजे तक सहरसा जेल से छूट जाएंगे। कहा जा रहा है कि आईजी ने साइन भी कर दिया है। कुछ प्रक्रिया जेल और कोर्ट में बची हुई है जो आज 12 से एक बजे तक पूरी हो जाएगी।
शिवहर के पूर्व सांसद रहे आनंद मोहन ऐसे वक्त में बाहर आ रहे हैं जब बिहार की दो विधानसभा सीट गोपालगंज और मोकामा में उपचुनाव हो रहा है। नंद मोहन लंबे अरसे से जेल में बंद है और उनको रिहा करने की मांग समर्थकों की तरफ से लगातार उठती रही है।
गोपालगंज और मोकामा की सीट पर गुरुवार को मतदान है। ये दोनों सीटें ऐसी हैं जिनमें सवर्ण वोटरों की भी बड़ी भूमिका रहती है.गोपालगंज में राजपूत वोटर बड़ा फैक्टर बनते हैं। यहां 18 हजार से ज्यादा राजपूत वोटर हैं जो पिछले चार चुनाव से सुभाष सिंह के लिए वोट करते रहे हैं। सुभाष सिंह भी राजपूत जाति से आते हैं। पढ़िए पूरी खबर
सात नवंबर को आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की रिंग सेरेमनी है। इसी में पैरोल पर आनंद मोहन बाहर आ रहे हैं। रिंग सेरेमनी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा कई वीआईपी को भी आमंत्रित किया गया है. बताया जाता है कि जिस लड़के से शादी होगी वह मुंगेर का रहने वाला है। मार्च में शादी होगी। आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद पटना हाई कोर्ट की वकील हैं।
बता दें कि इसी साल रक्षाबंधन के दिन यानी 12 अगस्त को एक तस्वीर आई थी। उस दिन आनंद मोहन को पुलिस अभिरक्षा में पटना में लाया गया था। इसी बीच आनंद मोहन पुलिस सुरक्षा में ही अपने परिवार के लोगों से मिलने पहुंच गए थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद आरजेडी से विधायक हैं. वहीं पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद आरजेडी की वरिष्ठ नेता हैं। परिवार के लोग और आनंद मोहन के समर्थक लंबे समय से उनकी रिहाई के लिए मांग कर रहे हैं। बिहार में नई सरकार बनने के उम्मीद बढ़ गई है।
वहीं पटना में आनंद मोहन के परिवार से मिलने वाली तस्वीर की जांच शुरू हो गई। खगड़िया के एसपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह कहा था कि आनंद मोहन खगड़िया के सरकारी गेस्ट हाउस गया था। यहां से वो खगड़िया के आरजेडी ऑफिस भी गया। इसके अलावा वो मुसरीघरारी भी रुका था। यह सब उसने 11 से 13 अगस्त के बीच किया। इस मामले में कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया था जो दोषी पाए गए थे।