मुख्य बातें: आशा वर्कर्स ने अस्पताल में नहीं होने दी एएनएम की साप्ताहिक बैठक, मीटिंग हॉल में लगाया ताला, धरना के कारण 15 दिनों से अस्पताल में बंद है ओपीडी, इलाज के बगैर बैरंग लौट रहे मरीज, आमलोगों की बढ़ी परेशानी, फोटो: अस्पताल के गेट पर धरना प्रदर्शन करती आशा वर्कर्स
हरलाखी, मधुबनी देशज टाइम्स। प्रखंड मुख्यालय स्थित सीएचसी परिसर में अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर बीते 28 दिनों धरना व प्रदर्शन कर रही आशा व फैसीलेटर कार्यकर्ताओं का आंदोलन अब उग्र रूप धारण करने लगा है।
सरकार की ओर से आशा व फैसीलेटर के धरने की अनदेखी से कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ने लगा है। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के मीटिंग हॉल में ताला जड़ दिया है। जिससे मंगलवार को एएनएम की होने वाली साप्ताहिक बैठक बाधित हो गया।
सभी एएनएम मंगलवार के दिन निर्धारित समय पर अस्पताल पहुंचे। लेकिन मीटिंग हॉल में ताला लगा हुआ देख वापस लौट गए। इतना ही नहीं आशा कार्यकर्ताओं ने बीते 15 दिनों से अस्पताल के ओपीडी संचालन पर भी पूर्णतः रोक लगा रखा है। जिससे अब आमलोगों की परेशानी बढ़ने लगी है।
आस पास के दर्जनों लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। लेकिन ओपीडी बंद रहने से निराश होकर वापस लौट जाते हैं। वहीं बिहार राज्य वैक्सिन कुरियर संघ चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के हड़ताल से क्षेत्र में टीकाकरण कार्य भी पूर्ण रूप से प्रभावित है।
धरना पर बैठी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जबतक सरकार के द्वारा हमलोगों से वार्ता कर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा तब तक हमलोग धरना पर बैठे रहेंगे। तबतक अस्पताल का ओपीडी बंद रहेगा।
धरना कार्यक्रम में प्रमिला देवी, ललीता देवी, मनोकामना देवी, सुमित्रा देवी, अनीता देवी, शीला देवी, जमीला बेगम, रंभा कुमारी, रेखा कुमारी व उषा कुमारी सहित सभी आशा व फैसीलेटर कार्यकर्ता शामिल हैं।