Water Testing: जीवनदायिनी जल जब संदेह के घेरे में हो, तो उसकी शुद्धता की परख अनिवार्य हो जाती है। इसी परख को समझने के लिए अकबरनगर के जनप्रतिनिधि राज्य स्तरीय जल जाँच प्रयोगशाला पहुंचे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Water Testing: अकबरनगर के जनप्रतिनिधियों ने सीखा, कैसे होती है शुद्ध जल की पहचान
Water Testing: अकबरनगर। वाटर एड इंडिया के तहत लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा संचालित राज्य स्तरीय जल जाँच प्रयोगशाला, छज्जुबाग पटना में नगर पंचायत अकबरनगर के जनप्रतिनिधियों ने एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय प्रतिनिधियों को जल की गुणवत्ता और उसकी जांच प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक करना था।
Water Testing: जल जाँच के गुण-दोषों को विस्तार से समझा
इस स्तरीय जल जाँच प्रयोगशाला में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के वरीय अनुसंधान पदाधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने जल के विभिन्न गुण एवं दोषों को विस्तार पूर्वक सभी जनप्रतिनिधियों को बताया। उन्होंने समझाया कि पीने के पानी में कौन-कौन सी अशुद्धियाँ हो सकती हैं और उन्हें कैसे पहचाना जा सकता है। यह जानकारी स्थानीय स्तर पर जल गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
जल जाँच प्रयोगशाला में टीडीएस (कुल घुलित ठोस), पीएच मान, आर्सेनिक एवं आयरन संबंधी बातों को विस्तार पूर्वक समझाया गया। जनप्रतिनिधियों को सिखाया गया कि इन मापदंडों के आधार पर जल की शुद्धता का आकलन कैसे करें। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जनहित में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष किरण देवी, उपाध्यक्ष अनिल कुमार और वार्ड पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। उन्होंने इस जानकारी को अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करने की प्रतिबद्धता जताई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
भविष्य की चुनौतियां और शुद्ध जल की उपलब्धता
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल जानकारी देने तक ही सीमित नहीं था, बल्कि भविष्य में स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल थी। भूजल में आर्सेनिक और आयरन जैसी धातुओं की बढ़ती मात्रा एक गंभीर चिंता का विषय है, और इस तरह की प्रयोगशालाएं उन्हें पहचानने में मदद करती हैं। अब जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में लोगों को जल गुणवत्ता के महत्व के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर पाएंगे और आवश्यक कदम उठा सकेंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।





