Anganwadi Protest Delhi: सियासत की राजधानी जब नारों से गूंज उठे और जमीन पर संघर्ष करने वाली महिलाएं अपनी मांगों के साथ दिल्ली पहुंच जाएं, तो समझ लीजिए कि बदलाव की आहट दूर नहीं है। गुरुवार को जंतर-मंतर का नजारा कुछ ऐसा ही था, जहां देश भर की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपनी आवाज बुलंद की।
Anganwadi Protest Delhi में भागलपुर का नेतृत्व
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कृति समिति के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर 11 दिसम्बर को राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन में देश के 15 अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाएं एवं सहायिकाएं अपने हक की आवाज उठाने पहुंचीं। इस राष्ट्रीय जमावड़े में बिहार के भागलपुर जिले की भी सशक्त उपस्थिति दर्ज की गई। बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष श्रीमती सुभद्रा कुमारी के नेतृत्व में सैकड़ों आंगनबाड़ी कर्मियों ने भागलपुर से दिल्ली पहुंचकर इस प्रदर्शन में अपनी मांगों को जोरदार तरीके से रखा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उनकी भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह लड़ाई अब केवल स्थानीय या राज्य स्तर की नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी रूप ले चुकी है।
क्यों सड़कों पर उतरीं आंगनबाड़ी सेविकाएं?
यह विशाल प्रदर्शन आंगनबाड़ी कर्मियों की लंबे समय से लंबित मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए किया गया था। प्रदर्शन में शामिल आंगनबाड़ी कर्मचारी अपने मानदेय में वृद्धि, सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने और बेहतर सेवा शर्तों जैसी प्रमुख मांगों को लेकर आवाज उठा रहे थे। देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और पोषण की रीढ़ मानी जाने वाली इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके काम के बोझ के मुकाबले उन्हें मिलने वाला मानदेय बेहद कम है, जिससे परिवार का गुजारा करना भी मुश्किल हो जाता है। बिहार की लगातार ख़बरें यहां पढ़ें।
एकजुटता का प्रदर्शन और भविष्य की रणनीति
जंतर-मंतर पर विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपनी एकता का प्रदर्शन करते हुए सरकार को चेतावनी दी। श्रीमती सुभद्रा कुमारी ने वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करना होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। हम अपने हक के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहेंगे। सभी ने एक स्वर में कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को अनसुना करती है, तो भविष्य में इस आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। यह धरना प्रदर्शन सरकार के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि देश की नींव को मजबूत करने वाले आंगनबाड़ी कर्मी अब और उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे।




