भागलपुर न्यूज़: जीवन की आपाधापी में सुकून की तलाश, और फिर भक्ति की धारा में गोता लगाकर मन की शांति पाना – कुछ ऐसा ही नज़ारा शनिवार को भागलपुर के नई दुर्गा स्थान प्रांगण में देखने को मिला, जहाँ संत पथिक सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन पूरा माहौल ही कृष्णमय हो गया।
कथा स्थल भक्ति, संगीत और आध्यात्मिक भावनाओं से सराबोर था। कथावाचक ने श्रीमद् भागवत के गूढ़ रहस्यों को सरल भाषा में समझाया, जिससे उपस्थित जनसमुदाय मंत्रमुग्ध होकर सुनता रहा। इस दौरान, उन्होंने भगवान श्रीहरि की महिमा का बखान करते हुए बताया कि कैसे भक्ति जीवन को सही दिशा देती है और समस्त बाधाओं को दूर करती है।
भागलपुर न्यूज़: प्रहलाद और ध्रुव की निष्काम भक्ति
कथा के तीसरे दिन विशेष रूप से भक्त प्रहलाद और ध्रुव के अद्भुत चरित्रों का वर्णन किया गया। कथावाचक ने बताया कि कैसे नन्हे प्रहलाद ने अपने पिता हिरण्यकश्यप के तमाम अत्याचारों के बावजूद भगवान विष्णु के प्रति अपनी निष्काम भक्ति नहीं छोड़ी। उनकी अटल श्रद्धा और विश्वास ने अंततः उन्हें भगवान का साक्षात्कार कराया। इसी तरह, बालक ध्रुव ने अपनी सौतेली माँ के कटु वचनों से आहत होकर कठोर तपस्या की और भगवान से ध्रुव पद प्राप्त किया। ये कथाएं इस बात का प्रमाण हैं कि सच्ची श्रद्धा और समर्पण का फल अवश्य मिलता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इन प्रेरक प्रसंगों को सुनकर पंडाल में मौजूद सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। कई भक्तों की आंखों में अश्रुधारा बह निकली और पूरा वातावरण ‘जय श्री कृष्णा’ के जयघोष से गूंज उठा। कथावाचक ने श्रोताओं से आह्वान किया कि वे प्रहलाद और ध्रुव जैसे आदर्श भक्तों के जीवन से प्रेरणा लें और अपने जीवन में निष्काम भक्ति को अपनाएं।
संगीतमय कथा और भक्ति का माहौल
कार्यक्रम में सुमधुर भजनों और कीर्तनों की भी प्रस्तुति की गई, जिसने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया। भजन गायकों ने अपनी मीठी आवाज़ में भगवान के गुणगान किए, जिस पर श्रद्धालु झूम उठे। कथा के साथ-साथ भजनों ने उपस्थित लोगों को आध्यात्मिकता के गहरे अनुभव से जोड़ा। इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं बल्कि सामाजिक समरसता और नैतिक मूल्यों को भी बढ़ावा देते हैं।
संत पथिक सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि यह सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन समाज में धर्म और नैतिकता के प्रसार के उद्देश्य से किया जा रहा है। समिति के स्वयंसेवकों ने कथा के सफल संचालन के लिए अथक प्रयास किए हैं। कथा का समापन अगले चार दिनों में होगा, जिसमें भगवान कृष्ण की लीलाओं और अन्य महत्वपूर्ण प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह आयोजन भागलपुर के धार्मिक और सामाजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण घटना बन गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




