Bhagalpur News: न्याय की दहलीज पर जब उम्मीदें टूटती हैं, तब लोक अदालत एक नया सवेरा बनकर उभरती है। इसी उम्मीद के साथ भागलपुर व्यवहार न्यायालय में वर्ष की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसने हज़ारों वादकारियों को राहत पहुँचाई।
Bhagalpur News: लोक अदालत में हज़ारों को मिला इंसाफ़, सुलह से निपट गए मामले
Bhagalpur News: हज़ारों मामलों का निपटारा, आखिर क्या है खासियत?
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देश पर भागलपुर व्यवहार न्यायालय परिसर में वर्ष की चौथी और अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, भागलपुर के साथ-साथ प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम, प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। यह पहल विभिन्न प्रकार के लंबित मामलों में त्वरित और प्रभावी न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई थी।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक ऋण, बिजली बिल संबंधी विवाद, विभिन्न दीवानी वाद, आपराधिक सुलहनीय वाद, पारिवारिक कलह के मामले, श्रम विवाद, मोटर दुर्घटना बीमा दावा और ट्रैफिक चालान सहित कई अन्य श्रेणियों के मुकदमों का निपटारा आपसी सुलह के आधार पर किया गया। न्याय की इस प्रक्रिया में हजारों लोगों को न केवल त्वरित समाधान मिला, बल्कि उनके कीमती समय और धन की भी बचत हुई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
लोक अदालत की सबसे अनूठी और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें आपसी सुलह के माध्यम से निपटाए गए मामलों के विरुद्ध कोई अपील दायर नहीं की जा सकती। यह प्रावधान न केवल न्यायिक प्रक्रिया को अंतिम रूप देता है, बल्कि विवादों को हमेशा के लिए समाप्त करने में भी मदद करता है। भागलपुर में 20, नवगछिया में 4 और कहलगांव में 3 बेंचों का गठन कर कुल 27 न्यायिक पीठों ने एक साथ हजारों मामलों की सुनवाई की, जिससे न्याय वितरण की गति को अभूतपूर्व तेज़ी मिली।
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लोक अदालत: त्वरित न्याय और विवादों का स्थायी समाधान
मिली जानकारी के अनुसार, इस लोक अदालत के लिए लगभग 23 हजार पक्षकारों को नोटिस भेजे गए थे, जिनमें से बड़ी संख्या में लोग अपने मामलों का निपटारा कराने पहुँचे। मोटर वाहन चालान से संबंधित छोटे-मोटे मामलों का भी इस दौरान सफलतापूर्वक निष्पादन किया गया, जिससे न्यायालयों पर से बोझ कम हुआ और आम जनता को तत्काल राहत मिली। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस गरिमामय कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सहित कई सिविल जज सीनियर एवं जूनियर डिवीजन, विभिन्न अधिवक्तागण और बड़ी संख्या में वादकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल की सराहना की। लोक अदालतें वास्तव में न्याय प्रणाली को आम जनता के करीब लाने और न्याय तक पहुँच को सुलभ बनाने का एक सशक्त माध्यम हैं। यह एक ऐसा मंच है जहाँ जटिल कानूनी प्रक्रियाओं से बचते हुए सरलता और शीघ्रता से न्याय प्राप्त किया जा सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


