Bhagalpur News: सियासत के गलियारों में जब मर्यादा की सीमाएं लांघी जाती हैं, तब लोकतंत्र की नींव पर सवाल उठना स्वाभाविक है। बिहार की राजनीति में एक बार फिर गंभीर आरोपों का तूफान खड़ा हो गया है, जिसमें एक मौजूदा विधान पार्षद पर वोटरों की खरीद-फरोख्त और सरकारी धन के दुरुपयोग का संगीन इल्जाम लगा है।
कोशी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में फर्जी मतदाता बनाने का गंभीर खेल
भागलपुर के कोशी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में लगभग 2,000 फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्व राजद प्रत्याशी डॉ. नीतेश यादव ने मौजूदा एमएलसी डॉ. एनके यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पैसे के बल पर यह घोटाला किया गया है। उनके अनुसार, इन फर्जी मतदाताओं को जोड़ने के लिए एक ही मोबाइल नंबर, गलत मोबाइल नंबर और जाली स्नातक प्रमाण पत्रों का इस्तेमाल किया गया है। इतना ही नहीं, गलत तरीके से अभिप्रमाणित (अटेस्टेड) फॉर्म भी जमा किए गए, जिसके लिए फर्जी मुहर का इस्तेमाल किया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
डॉ. नीतेश ने बुधवार को स्थानीय परिसदन में एक प्रेस वार्ता के दौरान मीडियाकर्मियों को बताया कि इस मामले की शिकायत उन्होंने भागलपुर जिला पदाधिकारी के साथ-साथ दिल्ली स्थित मुख्य निर्वाचन आयोग और पटना स्थित मुख्य निर्वाचन आयुक्त से भी की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि भागलपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों में भी कोशी स्नातक निर्वाचन के मतदाताओं का सत्यापन एक ही पदाधिकारी द्वारा किया गया है। इसके लिए एक फर्जी मुहर बनवाई गई, जिस पर रक्षित क्षेत्रीय पशुपालन प्राधिकारी भागलपुर लिखा था, और इसका इस्तेमाल स्वयं सत्यापन के लिए किया गया।
एमएलसी फंड में बड़े पैमाने पर अनियमितता और काला धन
डॉ. नीतेश यादव ने एमएलसी डॉ. एनके यादव पर विधान परिषद फंड में व्यापक हेराफेरी, अनियमितता और लूट का भी आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि डॉ. एनके यादव के पीए और उनके एक भाई मुंगेर और लखीसराय में अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड लैब चला रहे हैं। इन सेंटरों का इस्तेमाल न केवल काली कमाई के लिए किया जा रहा है, बल्कि एमएलसी चुनाव के लिए फर्जी वोटर बनाने में भी इनकी भूमिका है। इस बिहार की लगातार ख़बरें यहां पढ़ें चुनावी धांधली से अर्जित धन को डॉ. एनके यादव अपने एमएलसी चुनाव में खपाते रहे हैं।
डॉ. नीतेश ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. एनके यादव अपने घर से ही अवैध तरीके से मतदाता बनाने का काम कर रहे हैं। इसमें फर्जी कागजात और फर्जी मुहरों का उपयोग कर स्वयं अपनी धर्मपत्नी वीणा यादव, दामाद और अन्य भाई-बंधुओं के साथ मिलकर फर्जी व्यक्तियों के नाम से मतदाता सूची में नाम जुड़वाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. वीणा यादव की फेसबुक आईडी पर लगी तस्वीरों से भी इसका अवलोकन किया जा सकता है। पूर्व में भी अधिकारियों को लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने डॉ. एनके यादव, डॉ. वीणा यादव सहित अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
सरकारी जमीन पर कब्जे का आरोप और जांच की मांग
एमएलसी डॉ. एनके यादव पर भागलपुर नगर निगम की जमीन पर स्थित दो हथियानाला को हड़पकर उसे निजी पार्किंग बनाने का भी आरोप लगाया गया है। डॉ. नीतेश यादव ने इस मामले की भी गहन जांच-पड़ताल कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है जिसमें सरकारी संपत्ति का अतिक्रमण किया गया है। इस दौरान अधिवक्ता राजू यादव और एक अन्य अधिवक्ता भी मौजूद थे। यह एक ऐसी खबर है जो आपको सिर्फ आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1 पर मिलेगी। इस तरह की बिहार की लगातार ख़बरें यहां पढ़ें चुनावी धांधली पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है।





