Bhagalpur News: गंगा के तटों पर जीवन का उत्सव तो खूब मनाया जाता है, लेकिन खतरों की छाया भी अक्सर मंडराती रहती है। इस बार सुरक्षा घेरे को और मजबूत करने की मांग उठी है, ताकि कोई अप्रिय घटना खुशियों पर भारी न पड़े।
Bhagalpur News: बांका सांसद प्रतिनिधि ने गंगा घाटों पर SDRF तैनाती की मांग उठाई, सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन
Bhagalpur News: दिशा की बैठक में उठी अहम मांग
बांका सांसद प्रतिनिधि पवन केसान ने हाल ही में आयोजित दिशा (DISHA) की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया, जहाँ उन्होंने एक गंभीर मुद्दे पर प्रकाश डाला। बैठक के दौरान, उन्होंने भागलपुर के गंगा घाटों पर राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की स्थायी तैनाती की जोरदार मांग की। यह मांग स्थानीय निवासियों और घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। गंगा घाटों पर भीड़भाड़ और पानी के बढ़ते-घटते स्तर को देखते हुए, विशेषकर पर्व-त्योहारों के दौरान, किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए SDRF की उपस्थिति अत्यंत आवश्यक मानी जा रही है।
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यह मांग इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल के वर्षों में कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं सामने आई हैं, जहाँ त्वरित बचाव और राहत कार्यों की कमी महसूस की गई। SDRF की टीम, अपने विशेष प्रशिक्षण और उपकरणों के साथ, बाढ़, डूबने और अन्य जल-जनित आपदाओं में जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से यह एक दूरदर्शी कदम होगा जो अनहोनी की आशंकाओं को कम कर सकता है।
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गंगा घाटों की सुरक्षा: क्यों है SDRF की आवश्यकता?
भागलपुर के गंगा घाट न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र हैं, बल्कि ये पर्यटन और स्थानीय गतिविधियों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थान हैं। छठ पूजा जैसे महापर्वों के दौरान इन घाटों पर लाखों की भीड़ उमड़ती है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन जाती है। SDRF की तैनाती से न केवल डूबने जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित होगी। सांसद प्रतिनिधि पवन केसान ने इस बात पर जोर दिया कि प्रशासनिक स्तर पर इस मांग को गंभीरता से लिया जाए और आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि घाटों को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह पहल निश्चित रूप से स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना को मजबूत करेगी और गंगा घाटों पर आने वाले हर व्यक्ति के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगी। इस मुद्दे पर आगे की कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारियों से भी संपर्क साधा जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




