Bhagwat Katha: जीवन की आपाधापी में जब मन अशांत हो, तब भक्ति की अमृत वर्षा ही आत्मा को तृप्त करती है। ऐसी ही एक पावन सरिता इन दिनों भागलपुर की धरती पर प्रवाहित हो रही है, जिसने पूरे क्षेत्र को भक्ति के अनुपम रंग में रंग दिया है।
भागलपुर में गूंजी निष्काम भक्ति की गाथा: श्रीमद् Bhagwat Katha में प्रहलाद-ध्रुव के आदर्शों से भावविभोर हुए श्रद्धालु
नई दुर्गा स्थान में Bhagwat Katha का भक्तिमय आयोजन
Bhagwat Katha: संत पथिक सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन शनिवार को नई दुर्गा स्थान प्रांगण भक्ति, संगीत और आध्यात्मिक भावनाओं से सराबोर हो उठा। इस अवसर पर कथावाचक ने निष्काम भक्ति के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला, जिसने श्रोताओं को गहन आध्यात्मिक चिंतन की ओर प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सच्ची भक्ति वही है जिसमें किसी फल की इच्छा न हो, केवल ईश्वर के प्रति अगाध प्रेम हो। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिक उत्साह और सद्भाव का वातावरण निर्मित कर रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/
प्रहलाद और ध्रुव के आदर्शों का स्मरण
कथा के दौरान श्रोताओं ने भक्त प्रहलाद और ध्रुव के प्रेरणादायी प्रसंगों को सुना। कथावाचक ने बताया कि कैसे इन महान भक्तों ने अपनी अटूट श्रद्धा और निष्काम सेवा से ईश्वर को प्राप्त किया। इन कहानियों ने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया और उन्हें अपने जीवन में भक्ति और सदाचार को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस आध्यात्मिक चिंतन से श्रोताओं के मन में शांति और संतोष का संचार हुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। समिति के सदस्यों ने बताया कि यह सात दिवसीय आयोजन समाज में धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इसका समापन भक्तिमय वातावरण में होगा।




