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30 जनवरी, 2024
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Bhagalpur News: सिल्क नगरी भागलपुर की बालाओं को फंसाकर धंधे में उतारते थे साइबर अपराधी, गिरोह का पर्दाफाश

भागलपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई। अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश। 38 मोबाईल, 44 सिम कार्ड, 34 ATM कार्ड ,14 चेकबुक , 03 बाइक , सोने का जेवरात, नकद-73,500 रुपए समेत अन्य सामानों के साथ 10 साइबर अपराधी गिरफ्तार

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सबहेड: भागलपुर में लगभग 6 महीने से गिरोह था एक्टिव

संतोष पांडेय। भागलपुर पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े गिरोह का किया भंडाफोड़, मास्टरमाइंड समेत 10 गिरफ्तार

क्रासर:

भोली-भाली युवतियों को कॉल सेंटर का लालच देकर साइबर अपराध में धकेला जाता था

प्वाइंटर:

  • 10 अपराधी गिरफ्तार, जिनमें 6 युवतियां शामिल
  • अवैध सिम कार्ड, एटीएम, पासबुक और लाखों रुपये बरामद
  • गिरोह ने अब तक ₹1.5 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया
  • मुख्य आरोपी राहुल उर्फ जीशान अली, बंगाल से है मास्टरमाइंड
  • गिरोह ने डॉक्टर, व्यापारी, और अन्य लोगों को बनाया निशाना
  • मोबाइल नंबर और बैंक खाते दिल्ली से मंगवाए जाते थे

सब टाइटल:

भागलपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी:
भागलपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दस अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें छह युवतियां शामिल हैं। गिरोह भोली-भाली लड़कियों को कॉल सेंटर के नाम पर फंसाकर उन्हें साइबर ठगी में धकेल रहा था।

मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी:
गिरोह का मास्टरमाइंड बंगाल के 24 परगना नॉर्थ का रहने वाला राहुल उर्फ जीशान अली निकला, जो अपनी पत्नी और साथी छोटू के साथ मिलकर इस ठगी को अंजाम दे रहा था। पुलिस को भारी मात्रा में अवैध सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, चेक बुक, पासबुक, और अन्य सामान मिले।

देशभर में फैला नेटवर्क:
इस गिरोह का नेटवर्क पिछले छह महीने से सक्रिय था और ये विभिन्न राज्यों में ठगी कर चुका है। आरोपियों ने गुरुग्राम, महाराष्ट्र, और उत्तर प्रदेश के व्यापारियों से लेकर डॉक्टरों तक को निशाना बनाया। पुलिस के अनुसार, गिरोह ने लगभग ₹1.5 करोड़ की ठगी की है।

साइबर ठगी का अनोखा तरीका:
साइबर ठग दुकानों और ऑनलाइन साइटों से सस्ते में मोबाइल नंबर खरीदते थे और फिर लकी ड्रॉ और ऑफर के नाम पर लोगों को फंसाते थे। इसके लिए दिल्ली से सिम कार्ड और बैंक खाते मंगवाए जाते थे।

पुलिस की सतर्कता:
सिटी एसपी के. रामदास ने कहा कि पुलिस की विशेष टीम ने सटीक जानकारी के आधार पर इस गिरोह का पर्दाफाश किया और आगे भी इस तरह के अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

भागलपुर पुलिस ने अंतर राज्य साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह वैसी युवतियों समेत दस अपराधियों को दबोचा है, जिन युवतियों को साइबर अपराधी अपनी जाल
में पहले फंसाते थे, बाद में धंधे में उतार देते थे। जानकारी के अनुसार, इस बड़ी कामयाबी
के साथ स्थानीय पुलिस ने बड़ी संख्या में अवैध सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, चेक बुक, पासबुक, बाइक, सोने के जेवरात, लैपटॉप रजिस्टर भी बरामद किया है।

इसका खुलासा करते हुए सिटी एसपी केरामदास ने बताया कि उन्नीस अक्टूबर को प्रतिबिंब पोर्टल की निगरानी के दौरान एक मोबाइल नंबर संदिग्ध मिला। इसका लोकेशन भागलपुर पाया गया।

इसके विरुद्ध शिकायत देश के अलग-अलग हिस्सों में पाए गए, जो लगभग 2 लाख 70000 हजार रुपया साइबर धोखाधड़ी से संबंधित था। इसके बाद सीनियर एसपी के निर्देश पर साइबर थाना अध्यक्ष अकील अहमद के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया।

जानकारी के अनुसार,यह गिरोह पिछले तीन महीनों से अपना नेटवर्क एक्टिव किए हुए था।इन महीनों में करोड़ों की ठगी यह गिरोह कर चुका है। पुलिस की पूछताछ में धराए अपराधिययों ने जो बताया उसे सुनकर पुलिस भी चौक गई है।

साइबर थाना अध्यक्ष अकील अहमद के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने जब कार्रवाई तेज करते हुए बरारी थाना क्षेत्र के मनाली चौक के समीप एक मकान में छापेमारी की। वहां फर्जी सेल्स एडवर्टाइजमेंट सेंटर से साइबर क्राइम करने के तरीके देखकर पुलिस अचंभित रह गई।  इस दौरान बंगाल के 24 परगना नॉर्थ के रहने वाले राहुल उर्फ जीशान अली जो साइबर ठग गिरोह का मास्टरमाइंड भी है, वह अपनी पत्नी और मित्र मो. छोटू और छोटू की गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर गिरोह का संचालन कर रहा था। साथ ही स्थानीय भागलपुर की भोली भाली लड़कियों को कॉल सेंटर में काम करने का लोभ देकर उसे साइबर ठगी के धंधे में लगा देता था।

भागलपुर में लगभग 6 महीने से यह गिरोह सक्रिय था और अब तक इस गिरोह के द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सों से डेढ़ करोड़ रुपया की ठगी कर चुका है। सिटी एसपी के. रामदास ने बताया कि अब तक छह युवतिओं सहित 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। ठग गिरोह में पश्चिम बंगाल, भागलपुर और जमुई के साइबर ठगों की संलिप्ता सामने आई है। जल्द ही साइबर ठग गिरोह के बचे हुए सदस्य सलाखों के पीछे होंगे।

इससे पहले पुलिस को एक शिकायत मिली थी जिसके आधार पर पुलिस ने इस गिरोह का पता लगाया। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने गिरोह के ठिकाने तक पहुंची। इस मामले में साइबर ठगों ने बड़े पैमाने पर लोगों को निशाना बनाया। इन ठगों का ठिकाना भागलपुर में घूरन पीरबाबा चौक के पास एक मकान में था। यहीं से गिरोह सक्रिय था।

साइबर ठगी का खेल मोबाइल नंबरों की बिक्री कर किया जा रहा था। साइबर ठगों ने  गुरुग्राम की एक डॉक्टर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के व्यापारी, पांडिचेरी, गोवा आदि के कई अन्य लोग को अपना शिकार बनाया था। गुरुग्राम की डॉक्टर ने जो प्रोडक्ट खरीदा था। उसी के नाम पर लकी ड्रॉ में आइफोन मिलने की बात कह उनसे हजारों रुपये की ठगी कर ली गई। ठीक वैसे ही ठगों ने अन्य लोगों को भी लालच देकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया था।

पहले साइबर ठग दुकानों, मॉल और ऑनलाइन शॉपिंग साइटों से सस्ते में मोबाइल नंबर खरीद रहे थे। फिर इन नंबरों का इस्तेमाल कर लोगों को लकी ड्रॉ, ऑफर आदि के नाम पर कॉल करते थे और उनसे पैसे ठग लेते थे। ठग ठगी के लिए दिल्ली से बैंक खाते और सिम कार्ड मंगवाए जाते थे।

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