Banka News: जीवन की नश्वरता के इस कटु सत्य के बीच, जब कोई अपना बिछड़ता है, तब सांत्वना के शब्द भी कम पड़ जाते हैं। इसी दुःख की घड़ी में राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता की दीवारें टूटती दिखीं, जब प्रदेश के दो बड़े नेता एक साथ शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े नजर आए।
बांका न्यूज़: ढाकामोड़ में श्रद्धांजलि सभा, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन और बिहार डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने दी मंत्री संजय यादव की माता को अंतिम विदाई
बांका न्यूज़: एक साथ पहुंचे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री
बांका जिला अंतर्गत ढाकामोड़ स्थित बड़ी ढाका गांव शनिवार को गहन शोक में डूबा रहा। झारखंड सरकार के कद्दावर मंत्री संजय यादव की माता के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके पैतृक आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित कर अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस भावुक क्षण में उन्होंने शोकाकुल परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान कहा कि मां का स्थान जीवन में सर्वोच्च होता है और उनका जाना पूरे परिवार के लिए ऐसी अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई असंभव है। उन्होंने मंत्री संजय यादव के साथ कुछ समय बिताया, परिवार का कुशलक्षेम पूछा और आश्वस्त किया कि दुख की इस घड़ी में झारखंड सरकार और वे स्वयं परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। मुख्यमंत्री की यह संवेदनशील उपस्थिति क्षेत्र में मानवीय संवेदना और सहानुभूति का एक सशक्त संदेश दे गई, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी पहुंचे
इसी क्रम में, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी बड़ी ढाका गांव पहुंचे। उन्होंने भी दिवंगत माता को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिवार से मिलकर अपनी संवेदना प्रकट की। डिप्टी सीएम ने कहा कि इस दुख की घड़ी में बिहार सरकार और पूरा समाज पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। यह राजनैतिक संवेदना का एक उदाहरण प्रस्तुत करता है।श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जदयू विधायक मनोज यादव सहित मंत्री संजय यादव के अन्य परिजनों से भी मुलाकात की। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इसके अतिरिक्त, बिहार और झारखंड सरकार के कई मंत्री, विधायक एवं सांसद भी बड़ी ढाका गांव पहुंचे और दिवंगत माता को श्रद्धांजलि अर्पित की। जनप्रतिनिधियों की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति को क्षेत्र में आपसी सौहार्द, सामाजिक एकता और मानवीय मूल्यों के सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


